रायपुर में विधानसभा थाना की PCR वैन में दुष्कर्म मामले में आरोपी आरक्षक हीरालाल निर्मलकर और टीकाराम तारक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया… जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर आरोपियों को जेल भेजा गया। मामले में चैंकाने वाली बात यह थी कि FIR दर्ज होने के बाद से जेल भेजने से पहले तक पुलिस आरोपियों को मीडिया से छुपाने की कोशिश करती रही। विधानसभा थाने का मामला होने के बावजूद आरोपियों को गोपनीय जगह पर रखा गया । दोपहर को आरोपियों को PCR की बजाए होंडा की लग्जरी कार में लाया गया।
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वहीं थाना प्रभारी समेत अन्य लोग सीनियर अधिकारियों के बाहर होने का हवाला देकर बयान देने से बचते रहे। बता दें की रायपुर की पंडरी में रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा अपने दोस्त के साथ 7 दिसंबर को विधानसभा इलाके में घूमने गई थी…जहां आरक्षकों ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा और ब्लैक मेल करने लगे।
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हीरालाल ने युवती से दुष्कर्म किया और धमका कर भगा दिया। इसके बाद आरक्षकों ने युवक से कई टुकड़ों में 40 हजार रुपए से ज्यादा रकम एंठी और पैसे की मांग करने लगा । तंग आकर युवती ने उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई। SP ने आरोपी आरक्षकों को सस्पेंड कर मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं।
वेब डेस्क, IBC24
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