जंगल में बनाई पानी की टंकियां, टेंकर के माध्यम से भरने का किया गया इंतजाम, वन विभाग ने किए आग से निपटने के भी उपाय | Water tanks made in the forest, Arrangement for filling through tanker

जंगल में बनाई पानी की टंकियां, टेंकर के माध्यम से भरने का किया गया इंतजाम, वन विभाग ने किए आग से निपटने के भी उपाय

जंगल में बनाई पानी की टंकियां, टेंकर के माध्यम से भरने का किया गया इंतजाम, वन विभाग ने किए आग से निपटने के भी उपाय

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : May 26, 2019/12:47 pm IST

तखतपुर । इन दिनों तखतपुर से लगे जंगल जो कि कोटा होते हूवे छपरवा की ओर जाते है में गर्मी का भीषण प्रकोप देखा जा रहा है। जंगल के लगभग सभी जलस्रोत सूख चुके हैं। जंगली जानवरों के लिये पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है । जिसका उपाय वन विभाग के द्वारा सीमेंट की पानी टंकी बनाकर किया जा रहा है । वहीं विभाग द्वारा जंगल को आग से बचाने के उपाय भी वैज्ञानिक तरीके से किए जा रहें हैं।

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सूरज अपने प्रचण्ड रूप में है। इंसान, जानवर सभी को भीषण गर्मी की तपिश झेलना पड़ रही है। तखतपुर के आस पास जंगलों में पानी के लगभग सभी जलस्रोत सूख चुके हैं। जंगली जानवर पानी के एक एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। वन विभाग ने इस समस्या को दूर करने का अद्भुत तरीका निकाला है । वन विभाग घनघोर जंगल में सीमेंट की पानी टंकी का निर्माण कर रहा है। टेंकर की मदद से इस टंकी में पानी भरा जाएगा।

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वन विभाग की कोशिशें रंग लाईं हैं। वन विभाग ने घने जंगल में करीब दो दर्जन सीमेंट की टंकी बनाई हैं। स्थानीय भाषा में इसे सासर भी कहा जाता है। इन सासर में टेंकरों के माध्यम रोजाना पानी भरा जाता है । वन विभाग की इस पहल से इस भीषण गर्मी में भी घनघोर जंगलों में जानवरों को पानी पीने मिल रहा है। जंगली जानवर इस पानी से नहाकर गर्मी भी दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

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गर्मी में आग से भी जंगल को खतरा रहता है कभी पेड़ों की टहनियों के आपस से टकराने से तो कभी असामाजिक तत्वों के द्वारा आग लगाने से जंगली जानवरों का जीवन खतरे में पड़ जाता है। इसकी रोकथाम के लिए वन विभाग के द्वारा ऊंचे स्थानों में टावर का निर्माण किया गया है ।जहां से आग लगने पर जानकारी मिल सके साथ ही वैज्ञानिक तरीके से पेड़ों के गिरे सूखे पत्तों का निपटान किया जा रहा है।