इसे भगवान का कोई चमत्कार माने या फिर पुलिस और परिवार की गैर जिम्मेदारी लेकिन जो हुआ उसे देखकर एक तरफ लड़की के परिजन खुश हैं तो दूसरी तरफ पुलिस हकबकाई हुई है। दरअसल हुआ ऐसा कि सतना के मझगवां थाना इलाके के कैलाशपुर गांव से नाबालिग लड़की लक्ष्मी वर्मा 16 मार्च को अचानक लापता हो गयी थी। उसकी गुमशुदगी के बाद उसके परिजन ने मझगवां थाने पहुंच करअपनी बेटी लक्ष्मी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. जिसमे उन्होंने बताया कि उनकी बेटी किसी काम से घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।
उसके बाद मझगवां थाना प्रभारी खेम चन्द्र पेन्ड्रो ने वरिष्ठ अधिकारियों से जरूरी मार्गदर्शन लेकर तफ्तीश शुरू की, उसी दौरान उन्हें हनूमना जिला रीवा में किसी लड़की के शव मिलने की खबर मिली. जिसे पीड़ित परिवार ने अपनी बेटी लक्ष्मी की लाश के रूप में शिनाख्त की जिसके बाद पुलिस ने लाश को परिवार के सुपुर्द कर दिया. इतना ही नहीं बेटी की लाश को देखने के बाद परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोड में लाश रखकर चक्काजाम भी किया. इस पर एसपी राजेश हिन्डकर ने 48 घंटों के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का फरमान जारी कर दिया.
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लेकिन इसी बीच आज वही बेटी घर वापस पहुंच गई है. लक्ष्मी के घर पहुंचने पर अब बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आखिरकार जब वो वापस आ गई है, तो फिर अंतिम संस्कार किसका कर दिया गया. एसपी के आदेश पर मझगवां थाना प्रभारी ने अपने मुखबिरों को खबर के पीछे लगा दिया. खोजबीन के दौरान आज पता चला कि जिस लक्ष्मी के कातिलों का पुलिस पता लगा रही है, वो तो अपने दादा-दादी के पास पहुंच गई है.
लड़की के जिंदा होने की बात पता चलते ही थाना प्रभारी ने इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी. लक्ष्मी वर्मा को लेकर पुलिस न्यायालय पहुंची और उसका बयान दर्ज करवाया.अब इस मामले में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि पूरे मामले की कराई जा रही है जांच के बाद जो भी दोषी पाए जायेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं रीवा के हनुमना में लाश मिलने पर गलत शिनाख्त करने और चक्काजाम करने पर परिवार वालों पर रीवा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. गलत शिनाख्ती पर हनुमना पुलिस अब लक्ष्मी के परिजनों पर कार्रवाई करेगी.
वेब टीम IBC24