हार्ट अटैक पहले देता है दस्तक, न करें नज़रअंदाज़ | World Heart Day 2018:

हार्ट अटैक पहले देता है दस्तक, न करें नज़रअंदाज़

हार्ट अटैक पहले देता है दस्तक, न करें नज़रअंदाज़

:   Modified Date:  November 28, 2022 / 09:59 PM IST, Published Date : September 29, 2018/7:54 am IST

नई दिल्ली। आज की दिनचर्या में हार्ट अटैक की समस्या आम हो गई है। अब 50 साल की उम्र के ही लोगों को हार्ट अटैक का खतरा होता है ये अवधारणा खत्म हो चुकी है. अब 30 साल के लोगों में  भी हार्ट अटैक की समस्या देखनी मिल रही है। इसकी एक खास वजह है कि अब लोगों में तनाव बहुत ज्यादा हो गया है और इससे मुक्ति पाने के लिए ये लोग धूम्रपान, नींद की दवाएं, शराब का सेवन करते हैं. जो उन्हें दिल की बीमारी की तरफ ले जा रही है. आपको ये बीमारी ना हो और आप इससे खुद को बचाने के लिए पहले से ही सतर्क रहने की जरूरत है 

आइये जानते है कौन से लक्षण है जो अटैक से पहले शरीर में दिखाई देते हैं। 

 बेचैनी महसूस होना

यदि आपकी आर्टरी ब्लॉक है या फिर हार्ट अटैक है तो आपको छाती में दबाव महसूस होगा और दर्द के साथ ही खिंचाव महसूस होगा.

 हार्टबर्न और पेट में दर्द होना

दिल संबंधी कोई भी गंभीर समस्या होने से पहले कुछ लोगों को मितली आना, सीने में जलन, पेट में दर्द होना या फिर पाचन संबंधी दिक्कतें आने लगती हैं.

कंधे में दर्द होना

कई बार दिल के रोगी को छाती और बाएं कंधे में दर्द की शिकायत होने लगती है. ये दर्द धीरे-धीरे हाथों की तरफ नीचे की ओर जाने लगता है.

 कई दिनों तक कफ होना

यदि आपको काफी दिनों से खांसी-जुकाम हो रहा है और थूक सफेद या गुलाबी रंग का हो रहा है तो ये हार्ट फेल का एक लक्षण है. 

सांस लेने में दिक्कतें होना

सांस लेने में दिक्कतें होना या फिर कम सांस आना हार्ट फेल होने का बड़ा लक्षण है. 

पसीना आना 

सामान्य से अधिक पसीना आना खासतौर पर तब जब आप कोई शारीरिक क्रिया नहीं कर रहे तो ये आपके लिए एक चेतावनी हो सकती है.

 पैरों में सूजन

पैरों, टखनों, तलवों और एंकल्स में सूजन आने का मतलब ये भी हो सकता है कि आपके दिल में रक्त का संचार ठीक से नहीं हो रहा है. 

चक्कर आना या सिर घूमना

कई बार चक्कर आने, सिर घूमने, बेहोश होने, बहुत थकान होने जैसे लक्षण भी एक चेतावनी हैं.

 

इसके लिए जरुरी है कि तनाव से बचें, एक्सरसाइज करके भी दिल का ख्याल रखा जा सकता है. इसके लिए आपको नियमित तौर पर एक्सरसाइज करनी होंगी. दिल से संबंधित किसी भी एक्सरसाइज के लिए डॉक्टर की सलाह भी जरूरी है.इसके साथ ही दिल की सलामती के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से हो इसके लिए वॉल्व्स का स्वस्थ और खुला होना बहुत जरूरी है. खड़े होकर की जाने वाली एक्सरसाइज करें, जिससे हृदयतंत्र को लाभ पहुंचे, गहरी सांस लेने से छाती में फैलाव होता है, जिससे दिल को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है। 

वेब डेस्क IBC24