#SarkarOnIBC24 : मुस्लिम महिलाओं के लिए Supreme Court का सुप्रीम फैसला, गुजारे भत्ते के लिए पति पर केस का दिया अधिकार
#SarkarOnIBC24 : सुप्रीम कोर्ट ने आज मुस्लिम महिलाओं के हक में बड़ा फैसला सुनाते हुए तलाकशुदा मुस्लिम महिला को पति से गुजारे भत्ते का हक दे
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नई दिल्ली : #SarkarOnIBC24 : सुप्रीम कोर्ट ने आज मुस्लिम महिलाओं के हक में बड़ा फैसला सुनाते हुए तलाकशुदा मुस्लिम महिला को पति से गुजारे भत्ते का हक दे दिया। मुस्लिम महिलाएं अब गुजारे भत्ते के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बैंच ने अपने फैसले में कहा कोई भी मुस्लिम तलाकशुदा महिला गुजारा भत्ता पाने की हकदार है। CRPC की धारा 125 के तहत पति से गुजारे भत्ता पाने के लिए याचिका दायर कर सकती है। ये धारा सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है। फिर चाहे उनका धर्म कुछ भी हो। मुस्लिम महिलाएं भी इस प्रावधान का सहारा ले सकती हैं।कोर्ट ने ये भी साफ किया कि मुस्लिम महिला तलाक पर अधिकारों का संरक्षण कानून 1986 सेक्युलर लॉ को दरकिनार नहीं कर सकता। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बीवी नागरत्ना ने कहा अब समय आ गया है कि भारतीय पुरुष परिवार के लिए गृहिणी की भूमिका और त्याग को पहचानें। वहीं इस फैसले पर सियासत भी गरमा गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस फैसले का स्वागत किया है।
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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला
#SarkarOnIBC24 : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 125 सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है, फिर चाहे उनका धर्म कुछ भी हो। मुस्लिम महिलाएं भी इस प्रावधान का सहारा ले सकती हैं और गुजारा भत्ता मांग सकती हैं।
मुस्लिम तलाकशुदा महिला गुजारा भत्ता पाने की हकदार।
CRPC की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती है।
धारा 125 सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होती है ।
मुस्लिम महिलाएं पति से गुजारे भत्ते के लिए केस कर सकती हैं।
मुस्लिम महिला कानून 1986 सेक्युलर लॉ को दरकिनार नहीं कर सकता।

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