खजुराहो:पूर्व आईएएस अधिकारी ने ‘इंडिया’ के उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के शर्मा के खिलाफ मोर्चा संभाला

खजुराहो:पूर्व आईएएस अधिकारी ने ‘इंडिया’ के उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के शर्मा के खिलाफ मोर्चा संभाला

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  • Publish Date - April 24, 2024 / 05:34 PM IST,
    Updated On - April 24, 2024 / 05:34 PM IST

(अनिल दुबे)

भोपाल, 24 अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश के खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के उम्मीदवार आरबी प्रजापति और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी वीडी शर्मा के बीच मुकाबला है। शर्मा ने 2019 में 8,11,135 वोट हासिल करके सीट जीती थी।

विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में सीट बंटवारे के तहत खुजराहो सीट समाजवादी पार्टी (सपा) को दी थी जिसने मीरा यादव को टिकट दिया था, लेकिन उनका नामांकन खारिज कर दिया गया। इसके बाद ‘इंडिया’ ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से चुनाव लड़ रहे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी प्रजापति को अपना समर्थन दे दे दिया है।

मध्य प्रदेश में पिछले 15 वर्षों में यह केवल दूसरा मामला है जब लोकसभा चुनाव के लिए मुख्य विपक्षी दल के किसी प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया गया है।

साल 2009 में विदिशा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल का नामांकन तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया था। उस समय भाजपा की उम्मीदवार सुषमा स्वराज ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मुनव्वर सलीम को 3.90 लाख वोट के अंतर से हराकर सीट जीती थी।

बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित खजुराहो सीट शुरू में मीरा यादव को आवंटित की गई थी, लेकिन जांच के दौरान उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया, जिससे विपक्षी गुट को शर्मा को चुनौती देने के लिए एक उम्मीदवार की तलाश शुरू करनी पड़ी, जो प्रदेश भाजपा के प्रमुख हैं। अंततः ‘इंडिया’ गठबंधन ने प्रजापति को अपना समर्थन दे दिया।

हालांकि 2023 में राष्ट्रवादी भारत पार्टी के टिकट पर मप्र के छतरपुर जिले की चंदला विधानसभा सीट से प्रजापति ने चुनाव लड़ा था और उन्हें केवल 698 वोट मिले थे।

दूसरी ओर, वीडी शर्मा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में खजुराहो से कांग्रेस की अपनी प्रतिद्वंद्वी कविता सिंह को 4,92,382 वोट के भारी अंतर से हराया था।

कुछ समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे प्रजापति ने फीके प्रचार के बारे में पूछे जाने पर कहा कि खजुराहो निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के खिलाफ लहर है।

दिलचस्प बात यह है कि प्रजापति को कुछ समर्थकों के साथ प्रचार करते देखा गया, उनके समर्थन में कोई बड़ी रैली आयोजित नहीं की गई।

प्रजापति ने कहा, ‘मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, बल्कि असली उम्मीदवार वे लोग हैं जो सरकार के खिलाफ हैं।’

उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी उनके लिए प्रचार कर रहे हैं।

प्रजापति ने उस समय विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेताओं ने उन्हें दौड़ से हटने पर राज्य सरकार में एक पद की पेशकश की, लेकिन भाजपा उम्मीदवार शर्मा ने इस आरोप का खंडन किया।

शर्मा ने कहा, ‘किसी पर दबाव डालने का कोई सवाल ही नहीं है। भाजपा को चुनाव लड़ना पसंद है।’

भाजपा की चुनावी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि चाहे उम्मीदवार कांग्रेस का हो या सपा का, शर्मा भारी बहुमत से जीतेंगे।

चतुर्वेदी ने समाचार रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मीरा यादव के नामांकन पत्र को अस्वीकार करने में कांग्रेस की भूमिका पर संदेह था।

हालांकि, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी सहयोगी दल तालमेल के साथ काम कर रहे हैं।

भारतीय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पूर्व विधायक मीरा यादव को कांग्रेस नेताओं के परामर्श से और स्थानीय मतदाताओं की मांग पर (खजुराहो से) टिकट दिया गया था। जब मीरा यादव ने अपना नामांकन दाखिल किया तो कांग्रेस नेता मौजूद थे।’

उन्होंने नामांकन खारिज होने में कांग्रेस की भूमिका के आरोप को खारिज कर दिया।

भारतीय ने दावा किया कि लोग भाजपा प्रत्याशी शर्मा के खिलाफ गुस्से में हैं।

खजुराहो जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अनीस खान ने आरोप लगाया, ”शर्मा के खिलाफ गुस्सा है, जिन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करा दिया।”

हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता प्रजापति के लिए प्रचार कर रहे हैं क्योंकि वह ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार हैं।

खजुराहो का प्रतिनिधित्व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने 1989 से 1998 के बीच चार बार किया था।

मध्य प्रदेश में आम चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को खजुराहो और टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा और होशंगाबाद सहित पांच अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।

भाषा दिमो नोमान

नोमान