भारत के तेज गेंदबाजों को निशाना बनाने की रणनीति कारगर रही: एलिसा हीली

भारत के तेज गेंदबाजों को निशाना बनाने की रणनीति कारगर रही: एलिसा हीली

भारत के तेज गेंदबाजों को निशाना बनाने की रणनीति कारगर रही: एलिसा हीली
Modified Date: October 13, 2025 / 10:33 am IST
Published Date: October 13, 2025 10:33 am IST

विशाखापत्तनम, 13 अक्टूबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली ने खुलासा किया कि उनके बल्लेबाजों ने पिच से बाएं हाथ की स्पिनर श्री चरणी को मिल रही मदद को देखते हुए भारतीय तेज गेंदबाजों को निशाना बनाया और कहा कि मेजबान टीम के सीमित गेंदबाजी विकल्पों ने भी उनके लिए चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल करना आसान बना दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को यहां महिला वनडे विश्व कप मैच में 331 रन के रिकार्ड लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए तीन विकेट से जीत हासिल की, जिसमें हीली ने 107 गेंदों पर 142 रन की शानदार पारी खेली।

हीली और अन्य ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारत के तेज गेंदबाजों क्रांति गौड़ और अमनजोत कौर को निशाना बनाया जिससे भारतीय टीम प्रबंधन की पांच गेंदबाजों के साथ खेलने की रणनीति की नाकामी उजागर हो गई।

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गौड़ ने नौ ओवर में 73 रन जबकि कौर ने नौ ओवर में 68 रन दिए।

हीली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहां, ‘‘मुझे लगता है कि बाएं हाथ की स्पिनर चरणी को काफी स्पिन मिल रही थी। वह वास्तव में गेंदबाजों में सर्वश्रेष्ठ थी और मुझे लगता है कि हमने इसे पहचाना। ऐसे में हमने तेज गेंदबाजों को निशाना बनाने की रणनीति अपनाई जो कारगर साबित हुई क्योंकि वे केवल पांच गेंदबाजों के साथ खेल रहे थे।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘लेकिन यह वास्तव में कोई विशिष्ट रणनीति नहीं थी लेकिन हमने इस पर गौर किया और उसे पर अमल किया। आखिर में हम इसमें सफल रहे।’’

गौड़ ने पिछले महीने एकदिवसीय श्रृंखला के सभी तीन मैचों में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को आउट किया था।

लेकिन इस 35 वर्षीय खिलाड़ी ने रविवार को पावरप्ले में भारत की युवा तेज गेंदबाज की लय बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

हीली ने कहा, ‘‘ मुझे पता था कि क्रांति ने मुझे एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान काफी बार आउट किया था, इसलिए मैंने उस पर हावी होने की रणनीति अपनाई। इससे हमें लक्ष्य हासिल करने में मदद मिली और यह वास्तव में एक बहुत ही सुखद अनुभव था।‘‘

हीली ने कहा कि जब भारतीय सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल बल्लेबाजी कर रही थीं, तब उन्हें पहले गेंदबाजी करने के अपने फैसले पर संदेह हुआ था, लेकिन उन्होंने पारी के अंत में मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की सराहना की।

उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रही थी तो एक बार मुझे अपने फैसले पर संदेह हुआ लेकिन इसके बाद हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हमारी पूरी गेंदबाजी इकाई ने डटकर मुकाबला किया।’’

भाषा मोना पंत

पंत


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