अपनी स्वयं की पहचान बनाना चाहता है क्रिकेट का शाहरूख खान

अपनी स्वयं की पहचान बनाना चाहता है क्रिकेट का शाहरूख खान

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  • Publish Date - February 18, 2021 / 01:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

(सी श्याम सुंदर)

चेन्नई, 18 फरवरी (भाषा) बॉलीवुड स्टार के नाम पर नाम होने के कारण तमिलनाडु के क्रिकेटर एम शाहरूख खान के लिए किसी का ध्यान खींचना बड़ी बात नहीं है लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में उन्हें पांच करोड़ 25 लाख रुपये का अनुबंध हाल में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सिर्फ उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के कारण मिला है।

तमिलनाडु के 25 साल के इस आलराउंडर का आधार मूल्य 20 लाख रुपये था लेकिन पंजाब किंग्स ने गुरुवार को बड़ी खुशी ने उनकी सेवाओं के लिए इतनी राशि की बोली लगा दी।

उन्होंने घरेलू टी20 टूर्नामेंट में तमिलनाडु की खिताबी जीत के दौरान फिनिशर की भूमिका निभाई और कुछ ताबड़तोड़ पारियां खेली।

तमिलनाडु ने शाहरूख की 19 गेंद में 49 रन की पारी की बदौलत क्वार्टर फाइनल में मुश्किल में फंसने के बाद हिमाचल प्रदेश को हराया जबकि उनकी सात गेंद में 18 रन की पारी की बदौलत टीम ने बड़ौदा के खिलाफ खिताब जीता।

उन्होंने इसके बाद राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब की फ्रेंचाइजी की ओर से ट्रायल में हिस्सा लिया और यह स्पष्ट है कि इस दौरान उन्होंने छाप छोड़ी।

शाहरूख ने पीटीआई से कहा, ‘‘इस साल मुझे कोई उम्मीद नहीं थी। सच बोलूं तो मेरे दिमाग में कुछ नहीं था (नीलामी के बारे में)। लोग मेरे आईपीएल अनुबंध हासिल करने की संभावनाओं पर बात कर रहे थे लेकिन मैंने इस पर अधिक ध्यान नहीं दिया।’’

शाहरूख को पता है कि आईपीएल किसी भी क्रिकेटर के लिए अपने खेल में निखार के लिए बड़ा मंच है। उन्होंने कहा, ‘‘आईपीएल किसी भी क्रिकेटर के लिए बहुत बड़ा मंच है। यहां आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ और साथ खेलने का मौका मिलता है। उनके साथ बात करके और उन्हें देखकर ही आप काफी कुछ सीख सकते हो।’’

मां के रिश्तेदार की सलाह पर उनका नाम रखा गया और वह स्टार अभिनेता शाहरूख खान के बड़े प्रशंसक हैं लेकिन दायें हाथ का यह बल्लेबाज अपनी स्वयं की पहचान बनाना चाहता है।

कुछ साल पहले भी शाहरूख को आईपीएल अनुबंध मिलने की संभावना दिख रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इस नतीजे से वह निराश थे।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं निराश था, अगर मैं कहूंगा कि ऐसा नहीं था तो मैं झूठ बोलूंगा। लेकिन मैं इससे अच्छी तरह उबर गया। इसे लेकर परेशान होने की जगह मैंने सोचा कि आगे क्या करना है।’’

भाषा

सुधीर नमिता

नमिता