पहला लक्ष्य क्वार्टर फाइनल में पहुंचना: भारतीय महिला फुटबॉल टीम के कोच |

पहला लक्ष्य क्वार्टर फाइनल में पहुंचना: भारतीय महिला फुटबॉल टीम के कोच

पहला लक्ष्य क्वार्टर फाइनल में पहुंचना: भारतीय महिला फुटबॉल टीम के कोच

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:59 PM IST, Published Date : January 14, 2022/3:47 pm IST

मुंबई, 14 जनवरी (भाषा) भारतीय महिला फुटबाल टीम की मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी ने कहा कि उनकी टीम आगामी एएफसी एशियाई महिला कप के लिए अच्छी तरह से तैयार है और उसका पहला वास्तविक लक्ष्य क्वार्टर फाइनल में पहुंचना है।

 मेजबान भारत एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के इस शीर्ष टूर्नामेंट में  अपने अभियान की शुरुआत 20 जनवरी को ईरान के खिलाफ करेगा।

डेनेरबी ने शुक्रवार को महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए आयोजित ऑनलाइन मीडिया सत्र में कहा,   ‘‘जब हमने टूर्नामेंट की तैयारियां शुरू की थी तब ही मैंने कहा था कि क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना हमारा पहला लक्ष्य होगा।’’

अनुभवी कोच ने कहा, ‘‘ अगर हम क्वार्टर फाइनल तक पहुँचते हैं, तो सब कुछ हो सकता है क्योंकि जब आप क्वार्टर फाइनल में होते हैं और यह नॉकआउट चरण होता है। इसमें सभी टीमें दबाव में खेलेंगी। लेकिन निश्चित रूप से  क्वार्टर फाइनल हमारा लक्ष्य है और हमें भी लगता है कि यह हासिल करने लायक लक्ष्य है।’’

बारह टीमों की इस टूर्नामेंट में भारत को ग्रुप ए में रखा गया है। भारतीय टीम को ग्रुप चरण में ईरान (20 जनवरी), चीनी ताइपै (23 जनवरी) और चीन (26 जनवरी) के खिलाफ खेलना है।

ग्रुप चरण में प्रतिद्वंद्वी टीमों के बारे में पूछे जाने पर डेनेरबी ने कहा, ‘‘ यह  तीन अलग-अलग टीमों के खिलाफ तीन अलग-अलग खेल शैली के बारे में है। मुझे लगता है कि ईरान के खिलाफ पहला मैच हमारे लिए कठिन होगा क्योंकि हमने अब तक जो देखा है, उसमें उनकी रक्षापंक्ति काफी मजबूत है। ’’

डेनेरबी ने कहा, ‘‘ उनकी टीम में कुछ अच्छे स्ट्राइकर भी है। अगर हमारी रक्षापंक्ति मजबूत रहती है तो भी टीम को हमेशा चौकन्ना रहना होगा।’’

डेनेरबी के अनुसार, चीनी ताइपै के खिलाफ भारत का दूसरा मैच ‘बराबरी’ का होगा, लेकिन चीन के खिलाफ ग्रुप चरण का आखिरी मै मैच कठिन होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ चीन की टीम पारंपरिक एशियाई शैली में खेलती है जिसमें छोटे पास देना शामिल है।  उन्हें रोकना निश्चित रूप से कठिन होगा, लेकिन फिर भी चीन  उस स्तर पर नहीं है जैसा वे कुछ साल पहले थे।’’

स्वीडन के इस 62 साल के कोच ने भारतीय टीम की तैयारी के बारे में कहा, ‘‘ हमारे पास तैयारी को काफी समय था।  हम पांच महीने से अधिक समय से  एक साथ हैं। कुल मिलाकर 200 से अधिक सत्र हुए है जिनमें फुटबॉल, स्ट्रेंथ, रनिंग सत्र और उचित टीमों के खिलाफ मैच खेलना भी शामिल है।  अब हम वास्तव में अच्छी तरह से तैयार हैं।’’

भाषा आनन्द मोना

मोना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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