पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने एआईएफएफ चुनावों में मत अधिकार दिये जाने के कदम का समर्थन किया |

पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने एआईएफएफ चुनावों में मत अधिकार दिये जाने के कदम का समर्थन किया

पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने एआईएफएफ चुनावों में मत अधिकार दिये जाने के कदम का समर्थन किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : August 12, 2022/6:36 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) भारत के पूर्व और मौजूदा फुटबॉलरों ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) के चुनावों में पूर्व खिलाड़ियों को मतदान का अधिकार देने के कदम का स्वागत किया, हालांकि राज्य संघ इस फैसले से खुश नहीं हैं।

इन पूर्व खिलाड़ियों में महान फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया और संदेश झिंगन शामिल हैं।

उच्चतम न्यायालय ने तीन अगस्त को एआईएफएफ की कार्यकारी समिति के चुनाव कराने का निर्देश दिया था जिसमें निर्वाचक मंडल राज्य फुटबॉल संघ के 36 प्रतिनिधियों और 36 मशहूर पूर्व फुटबॉल खिलाड़ियों का हो।

विश्व संचालन संस्था फीफा ने हालांकि एआईएफएफ को भेजे गये एक पत्र में कहा था कि निर्वाचक मंडल में राज्य संघों के प्रतिनिधियों और पूर्व खिलाड़ियों की बराबर संख्या ‘समझदारी नहीं’ है, हालांकि उसने संविधान मसौदे के 50 प्रतिशत के बजाय कार्यकारी समिति में 25 प्रतिशत खिलाड़ियों के प्रतिनिधित्व पर सहमति दी थी।

पूर्व कप्तान भूटिया ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का आदेश खिलाड़ियों को संन्यास में गरिमा प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं एआईएफएफ में पूर्व खिलाड़ियों को मत डालने का अधिकार देने के लिये उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करता हूं। हमारे देश में खिलाड़ियों को संन्यास के बाद भुला दिया जाता है और उन्हें खेल से बाहर कर दिया जाता है जबकि उनके पास देने के लिये फिर भी काफी कुछ होता है। ’’

भूटिया ने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी ही खिलाड़ियों के दर्द को समझ सकता है और उन्हें आगे बढ़ने के लिये किस चीज की जरूरत है, वह इसे बखूबी जानता है। इस फैसले ने खिलाड़ियों को संन्यास में गरिमा प्रदान की है। ’’

मौजूदा खिलाड़ी और राष्ट्रीय टीम के डिफेंस की जिम्मेदारी संभालने वाले झिंगन ने कहा, ‘‘यह खिलाड़ियों के लिये संन्यास के बाद व्यावहारिक करियर विकल्प है और खिलाड़ियों के भविष्य के लिये स्वागत योग्य कदम है। ’’

राष्ट्रीय टीम के एक अन्य पूर्व कप्तान जो पॉल अंचेरी के अलावा पूर्व भारतीय फुटबॉलर जैसे रमन विजयन, संदीप नंदी, अनवर अली, अनस एडाथोडिका, निर्मल छेत्री, संजू प्रधान और सुभाशीष रॉय चौधरी ने भी खिलाड़ियों को मतदान का अधिकार दिये जाने का समर्थन किया।

अंचेरी ने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि उच्चतम न्यायालय ने पूर्व खिलाड़ियों को अंत में एक आवाज दी है जिन्हें संन्यास लेने के बाद भुला दिया गया था। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी अब प्रशासन में भी सक्रिय रूप से शामिल हो सकते हैं और संन्यास के बाद खेल में योगदान देना जारी रख सकते हैं। पूर्व खिलाड़ियों के अनुभव और विशेषज्ञता का अब अच्छी तरह इस्तेमाल किया जायेगा।

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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