गोकुलम केरल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, खेल मंत्रालय को फोन किया, ताशकंद में रुकने की अनुमति मिली |

गोकुलम केरल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, खेल मंत्रालय को फोन किया, ताशकंद में रुकने की अनुमति मिली

गोकुलम केरल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, खेल मंत्रालय को फोन किया, ताशकंद में रुकने की अनुमति मिली

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:35 PM IST, Published Date : August 17, 2022/6:53 pm IST

(अभिषेक होरे)

नयी दिल्ली, 17 अगस्त (भाषा) भारत पर फीफा के प्रतिबंध के बाद से आशा और निराशा के बीच झूल रहे गोकुलम केरल महिला टीम के अध्यक्ष वी सी प्रवीण अपने भावी कदम पर विचार कर रहे थे क्योंकि उनके खिलाड़ी किसी दूसरे देश की यात्रा पर थे।

उन्होंने खेल मंत्रालय से बात करने, प्रधानमंत्री को पत्र लिखने, प्रशासकों की समिति (सीओए) को इसमें शामिल करने और एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) से बातचीत के लिए समय लेने पर विचार किया।

वह नहीं चाहते थे कि उनके खिलाड़ी ताशकंद से बिना खेले वापस लौटे और इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार थे। उनकी टीम भारत का पहला क्लब है जो कि एएफसी महिला क्लब चैंपियनशिप में भाग ले रहा है।

काफी विचार विमर्श करने के बाद प्रवीण ने फैसला किया कि उनके केरल से नयी दिल्ली फोन करने के बजाए टीम को उज़्बेकिस्तान की राजधानी से खेल मंत्रालय को फोन करना चाहिए।

टीम मैनेजर ने खिलाड़ियों की मौजूदगी में ताशकंद से खेल मंत्रालय के अधिकारियों से बात की और उनकी भावुक अपील का फायदा भी हुआ। मंत्रालय के अधिकारियों ने तुरंत ही इस मसले को एएफसी के सामने रखा जिसने टीम को ताशकंद में 48 घंटे और रुकने की अनुमति दे दी।

इसलिए टीम वापस लौटने के बजाय उस देश में ठहरी हुई है जहां वह बड़ी उम्मीदों के साथ गई।

प्रवीण ने बुधवार को पीटीआई से कहा, ‘‘ यह भावनाओं को व्यक्त करने से जुड़ा मसला है। हमारा उनको फोन करना सही है लेकिन टीम का फोन करना अंतर पैदा करता है। इसलिए हमें लगा कि खिलाड़ियों को भी फोन पर होने वाली इस बातचीत का हिस्सा बनना चाहिए। मंत्रालय ने तुरंत ही इस पर कार्रवाई करके एएफसी से संपर्क साधा।’’

टीम मैनेजर के मंत्रालय से बात करने के दौरान जहां उनकी खिलाड़ी उनके साथ में थी वहीं क्लब के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने का फैसला किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को भारत पर फीफा के प्रतिबंध के कारण अपने खिलाड़ियों की स्थिति के बारे में अवगत कराया।

प्रवीण ने कहा, ‘‘ लड़कियां बिना किसी गलती के परेशानी झेल रही हैं। यह बेहद दुखद है। सब कुछ अचानक हुआ। इसकी उम्मीद नहीं थी। जब खिलाड़ियों ने कुछ भी गलत नहीं किया तो उन्हें क्यों भुगतना चाहिए।’’

उच्चतम न्यायालय ने मामले को 22 अगस्त तक टाल दिया है और गोकुलम केरल की चैंपियनशिप में भाग लेने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। टूर्नामेंट 20 अगस्त से करशी में शुरू होगा। भारतीय क्लब 23 अगस्त को अपने अभियान की शुरुआत करेगा।

गोकुलम केरल की टीम अभी उज्बेकिस्तान की राजधानी में ही है जबकि अन्य टीमें करशी के लिए रवाना हो चुकी हैं जहां मैच खेले जाने हैं।

भाषा पंत सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)