विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में अनुभव को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दी जाती है: रीड

विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में अनुभव को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दी जाती है: रीड

  •  
  • Publish Date - January 12, 2023 / 07:41 PM IST,
    Updated On - January 12, 2023 / 07:41 PM IST

(फिलेम दीपक सिंह)

राउरकेला, 12 जनवरी (भाषा) भारत के कोच ग्राहम रीड ने गुरुवार को कहा कि मेजबान टीम को स्पेन के कम अनुभवी खिलाड़ियों से टूर्नामेंट के पहले मैच में चिंतित होना चाहिए क्योंकि विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में अनुभव को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दी जाती है।

स्पेन के अधिकांश खिलाड़ियों ने 100 से कम अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जबकि भारत के पास 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अनुभवी खिलाड़ियों और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रीड ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि अनुभवी खिलाड़ी होने पर आप शानदार प्रदर्शन करोगे। उन्होंने कहा कि मैच के बाद ‘सर्वश्रेष्ठ’ हॉकी खेलने की जगह कोई चीज नहीं ले सकती।

रीड ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह हमारा घरेलू विश्व कप है, हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। हमें लगता है कि हम यह टूर्नामेंट जीत सकते हैं और इसके लिए ऐसा करना जरूरी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभी इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में अनुभवी को जरूरत से ज्यादा तवज्जो दी जाती है। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा और यह महत्वपूर्ण है।’’

रीड ने कहा, ‘‘स्पेन से सतर्क रहिए क्योंकि वे जितना सोचते हैं उससे कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उनके लिए गंवाने के लिए कुछ नहीं है और आपको उनसे सतर्क रहना होगा। यह वास्तविकता है।’’

दुनिया की छठे नंबर की टीम भारत अपने अभियान की शुरुआत शुक्रवार को पूल ए मैच में नवनिर्मित बिरसा मुंडा स्टेडियम में स्पेन के खिलाफ करेगा। टीम को इसके बाद 15 जनवरी को इंग्लैंड और 20 जनवरी को वेल्स से भिड़ना है।

कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि यह भारतीय खिलाड़ियों के पास स्वदेश में विश्व कप जीतने का अच्छा मौका है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत में खेलना फायदे की स्थिति है क्योंकि दर्शक हमारा समर्थन करेंगे। विश्व कप बेहद महत्वपूर्ण है, यह प्रत्येक चार साल में होता है। आपको नहीं पता कि आपको कब दोबारा भारत की ओर से विश्व कप में खेलने का मौका मिलेगा। आपको मौके का फायदा उठाकर मैच जीतने की कोशिश करनी होगी।’’

भाषा

सुधीर नमिता

नमिता