असंभव लक्ष्य के सामने लड़खड़ाया भारत, बड़ी हार का खतरा मंडराया

असंभव लक्ष्य के सामने लड़खड़ाया भारत, बड़ी हार का खतरा मंडराया

असंभव लक्ष्य के सामने लड़खड़ाया भारत, बड़ी हार का खतरा मंडराया
Modified Date: November 25, 2025 / 04:20 pm IST
Published Date: November 25, 2025 4:20 pm IST

गुवाहाटी, 25 नवंबर (भाषा) जिस पिच की बल्लेबाजी के लिए अनुकूल प्रवृत्ति का दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने पूरा फायदा उठाया ,उस पर भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में भी जूझते हुए नजर आए जिससे उनकी टीम पर दूसरे एवं अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में बड़ी हार का खतरा मंडराने लग गया है।

दो मैच की श्रृंखला में पहले ही पीछे चल रहे भारत ने 549 रन के लगभग असंभव लक्ष्य का पीछा करते हुए मंगलवार को चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में 15.5 ओवर में दो विकेट पर 27 रन बनाए हैं और लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए उसे अब 522 रन की जरूरत है।

दक्षिण अफ्रीका में इससे पहले अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 260 रन बनाकर समाप्त घोषित की। उसका आकर्षण ट्रिस्टन स्टब्स की पारी रही। इस युवा बल्लेबाज ने 180 गेंद का सामना करके 94 रन बनाए जिसमें नौ चौके और एक छक्का शामिल है। उन्होंने टोनी डि जॉर्जी (68 गेंद पर 49) के साथ चौथे विकेट के लिए 101 रन और वियान मुल्डर (69 गेंद पर नाबाद 35) के साथ पांचवें विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी की।

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दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत 201 रन ही बना पाया था। कोलकाता में पहला टेस्ट 30 रन से जीतने के बाद श्रृंखला में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने रक्षात्मक रवैया अपनाया और अपनी पारी समाप्त घोषित करने में देर लगाई।

भारत के सामने मैच बचाने की चुनौती है लेकिन उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही तथा उसके दोनों सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (13) और केएल राहुल (06) दस ओवर और 21 रन के अंदर पवेलियन में विराजमान थे।

जायसवाल ने पहली पारी में छह विकेट लेने वाले मार्को यानसन की तेजी से उठती गेंद पर कट करने के प्रयास में विकेट के पीछे कैच दिया जबकि राहुल ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर की गेंद पर पूरी तरह से गच्चा खाकर बोल्ड हो गए। दिन का खेल समाप्त होने के समय साई सुदर्शन दो और नाइटवॉचमैन कुलदीप यादव चार रन पर खेल रहे थे।

पिच पर दरार पड़ गई हैं जिससे स्पिन गेंदबाजों को टर्न मिलना शुरू हो गया है। ऐसे में अगर भारत हार्मर एंड कंपनी के सामने मैच बचाने में सफल रहता है तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। भारतीय बल्लेबाजों के हाल के समय में स्पिनरों के सामने खराब रिकार्ड को देखते हुए ऐसी संभावना कम ही नजर आती है।

पहली पारी में एक रन से अर्धशतक से चूकने वाले स्टब्स ने भारत के सबसे सफल गेंदबाज रविंद्र जडेजा पर छक्का जड़कर अपना स्कोर 90 रन के पार पहुंचाया लेकिन इसी ओवर में स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गए। इसके तुरंत बाद दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने पारी समाप्त घोषित कर दी। जडेजा ने 62 रन देकर चार विकेट लिए। वाशिंगटन सुंदर ने एक विकेट लिया।

डि जॉर्जी और स्टब्स ने मैच पर दक्षिण अफ्रीका की पकड़ और मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। डि जॉर्जी ने चार चौके और एक छक्का लगाया। इन दोनों ने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ कई स्वीप शॉट लगाए। जडेजा ने डि जॉर्जी को पगबाधा आउट करके उन्हें अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया।

एक निश्चित समय के बाद भारतीय क्षेत्ररक्षकों के हाव भाव से लग रहा था कि वे दूसरे सत्र के समाप्त होने का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद पारी घोषित होने की उम्मीद थी।

दक्षिण अफ्रीका के लिए सलामी बल्लेबाज रेयान रिकेलटन (64 गेंदों पर 35 रन) और एडेन मारक्रम (84 गेंदों पर 29 रन) ने एक बार फिर अर्धशतकीय साझेदारी की, लेकिन जडेजा ने दोनों को आउट कर दिया।

रिकेलटन गेंद की पिच तक पहुंचने की कोशिश में बहुत करीब आ गए और कवर के ऊपर से लगाई गई उनकी ड्राइव को मोहम्मद सिराज ने छलांग लगाकर कैच में बदल दिया। मारक्रम के लिए जडेजा ने थोड़ी धीमी गति की गेंद की जिसे बल्लेबाज ने आगे बढ़कर रक्षात्मक रूप से खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद तेजी से घूमकर बल्ले का किनारा लेते हुए ऑफ-स्टंप पर जा लगी।

वाशिंगटन ने इसके बाद बावुमा (03) को आउट किया, जिनकी उछाल लेती गेंद बल्लेबाज के दस्तानों को चूमकर लेग स्लिप में खड़े नीतीश कुमार रेड्डी के सुरक्षित हाथों में चली गई।

भाषा

पंत मोना

मोना


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