… अभिषेक होरे…
नयी दिल्ली, तीन अगस्त (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने जब ओलंपिक के लिए अपनी एक्रीडिटेशन (मान्यता) सूची को अंतिम रूप दिया था तब उसने द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच जसपाल राणा को ‘आवश्यक’ श्रेणी में शामिल नहीं किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप वह अपने निशानेबाज (शिष्य) अभिषेक वर्मा के साथ तोक्यो नहीं जा सके। इस सूची की प्रति पीटीआई-भाषा के पास भी है, जिसके मुताबिक इस अनुभवी पिस्टल कोच और पूर्व निशानेबाज को राष्ट्रीय महासंघ की प्राथमिकता सूची में नहीं रखा गया था। यह लगातार दूसरा मौका है जब भारतीय निशानेबाजों ने ओलंपिक में कोई पदक हासिल नहीं किया। मनु भाकर के साथ विवाद के बाद, इन खेलों से पहले सिर्फ वर्मा ही राणा से प्रशिक्षण ले रहे थे। राणा को क्रोएशिया में टीम के प्रशिक्षण-सह-प्रतियोगिता दौरे के बाद तोक्यो में उनकी मदद के लिए उनके साथ रहना था। वर्मा ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धाओं में भाग लिया था। सूची के अनुसार राष्ट्रीय शॉटगन कोच मनशेर सिंह को स्कीट निशानेबाजों अंगद वीर सिंह बाजवा और मेराज अहमद खान के लिए ‘आवश्यक’ श्रेणी में शामिल किया गया था, जबकि विदेशी राइफल कोच ओलेग मिखाइलोव को इलावेनिल वलारिवान और अपूर्वी चंदेला के लिए आवश्यक श्रेणी में रखा गया था। इसी तरह इस सूची में अंजुम मोदगिल, तेजस्विनी सावंत, संजीव राजपूत और दीपक कुमार के लिए राष्ट्रीय राइफल कोच दीपाली देशपांडे (आवश्यक) जबकि ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर और दिव्यांश सिंह पंवार के लिए जूनियर राइफल कोच सुमा शिरूर (आवश्यक) का नाम था । पिस्टल निशानेबाजों राही सरनोबत, यशस्विनी देसवाल और सौरभ चौधरी के लिए हाई परफॉर्मेंस कोच समरेश जंग (आवश्यक) का नाम इस सूची में शामिल था। राणा को लेकर विवाद तभी से शुरू हुआ जब मनु ने स्पष्ट किया कि वह उनकी देख-रेख में अभ्यास नहीं करना चाहती है। इस 19 साल की निशानेबाज ने आरोप लगाया था कि राणा ने उनकी तकनीकी समस्या को दूर नहीं किया तो वहीं राणा ने पलटवार करते हुए कहा कि वह मदद के लिए हमेशा तैयार हैं बशर्ते यह युवा निशानेबाज उनकी बातों को सुनें। नयी दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप के बाद राणा की जगह मनु के कोच बने रौनक पंडित के नाम को एनआरएआई ने ‘प्राथमिकता’ सूची में डाला क्योंकि मनु तीन स्पर्धाओं में भाग ले रही थी। इस सूची में विदेशी पिस्टल कोच पावेल स्मिरनोव को तरजीह नहीं दी गयी थी और उनके नाम के आगे लिखा था ‘अगर संभव हो तो’। राणा और मनु के विवाद के अलावा तोक्यो में भारतीय निशानेबाजी दल में गुटबाजी की खबरें भी आयी। यह भी पता चला है कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने 28 जून को एनआरएआई के महासचिव (डीवी सीताराम राव) को क्रोएशिया के जगरेब में तैयारी/प्रशिक्षण शिविर में वेद प्रकाश पिलानिया के स्थान पर राणा को शामिल करने के संबंध में लिखा था। इस पत्र के मुताबिक ‘‘ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर चुने राइफल/पिस्टल निशानेबाजों के लिए 26 जून, 2021 से क्रोएशिया में होने वाले तैयारी/प्रशिक्षण शिविर एवं आईएसएसएफ विश्व कप में वेद प्रकाश पिलानिया के स्थान पर जसपाल राणा को दल में शामिल करें, जो ओलंपिक के लिए रवाना होने तक वहीं रहेंगे।’’ एनआरएआई के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने इस पूरे मामले में राणा की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा था कि वह ओलंपिक से पहले नकारात्मक कारक थे। भाषा आनन्द सुधीरसुधीर
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