क्रेमलेव ने विश्व चैंपियनशिप से पहले रैफरी और जजों को निष्पक्ष मुकाबले सुनिश्चित करने को कहा

क्रेमलेव ने विश्व चैंपियनशिप से पहले रैफरी और जजों को निष्पक्ष मुकाबले सुनिश्चित करने को कहा

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  • Publish Date - October 25, 2021 / 03:31 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

Kremlev on World Championships  : बेलग्रेड, 25 अक्टूबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने यहां पुरुष विश्व चैंपियनशिप के रैफरी और जजों से कहा है कि ‘निष्पक्ष मुकाबले’ सुनिश्चित करने में नाकाम रहने से वे वैश्विक संस्था से स्थाई रूप से बाहर हो सकते हैं और शायद इससे खेल का कोई भविष्य नहीं बचे।

टूर्नामेंट की शुरुआत आज शाम से होगी और भारत प्रतियोगिता में चुनौती पेश कर रहे 100 से अधिक देशों में शामिल है। क्रेमलेव ने रविवार को रैफरी और जजों से मुलाकात की जिनका विशेष रूप से चयन और ट्रेनिंग हुई है और टूर्नामेंट में अधिकारी की भूमिका निभाने से पहले उनकी जांच भी हुई है।

क्रेमलेव ने कहा कि सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी प्रतिभागियों के लिए टूर्नामेंट शानदार हो और सभी मुक्केबाजों के मुकाबले निष्पक्ष हों।

उन्होंने कहा, ‘‘आपके साथ कुछ समय बिताकर मैं काफी खुश हूं। आप हमारी टीम में हैं, आप निष्पक्ष मुकाबलों के लिए प्रतिबद्ध हैं और पूरी ईमानदारी के साथ पारदर्शी भूमिका के लिए। ’’

क्रेमलेव ने कहा, ‘‘एआईबीए में हमारे नियम स्पष्ट हैं और इनको उचित तरीके से लागू किया जाना चाहिए। जो ऐसा करने में नाकाम रहे उन्हें हमेशा से लिए एआईबीए परिवार से बाहर कर दिया जाएगा।’’

रियो ओलंपिक 2016 में बड़े स्तर पर हेराफेरी का खुलासा करने वाली हालिया जांच करने वाले स्वतंत्र विशेषज्ञ प्रोफेसर रिचर्ड मैकलारेन, एआईबीए रैफरी एवं जज समिति के अध्यक्ष क्रिस रॉबर्ट्स, प्रतियोगिता समिति के अध्यक्ष माइकल म्यूलर और चैंपियनशिप के तकनीकी प्रतिनिधि मार्को मारोविच क्रेमलेव द्वारा आयोजित बैठक के दौरान मौजूद थे।

प्रोफेसर मैकलारेन की आंतरिक जांच के सदंर्भ में क्रेमलेव ने अधिकारियों से अपील की कि वे अतीत से सीखें।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें अतीत को पीछे छोड़ देना चाहिए, इससे सीख लेनी चाहिए जिससे कि हम आगे बढ़ सकें। फैसले करते हुए जज की गलती से खिलाड़ी से सफलता हासिल करने का मौका छिन सकता है। ’’

क्रेमलेव ने कहा, ‘‘अगर हम विफल हुए तो खतरा होगा कि नई पीढ़ी हमारे मुक्केबाजी जिम में नहीं आएगी और कोई भविष्य नहीं होगा।’’

भाषा सुधीर मोना

मोना