दिवंगत कोच निकोलई का मेरे करियर पर प्रभाव अतुलनीय है, भावुक साबले ने कहा |

दिवंगत कोच निकोलई का मेरे करियर पर प्रभाव अतुलनीय है, भावुक साबले ने कहा

दिवंगत कोच निकोलई का मेरे करियर पर प्रभाव अतुलनीय है, भावुक साबले ने कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:19 PM IST, Published Date : August 7, 2022/5:06 pm IST

बर्मिंघम, सात अगस्त (भाषा) कोच भले ही आते जाते रहे लेकिन दिवंगत निकोलई स्नेसारेव का स्टार स्टीपलचेसर अविनाश साबले के दिल में अलग स्थान है क्योंकि उन्होंने इस अंतरराष्ट्रीय एथलीट को निखारने में काफी योगदान दिया।

साबले ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में कीनिया के मजबूत एथलीट को पछाड़ते हुए रजत पदक जीता। बेलारूस के कोच निकोलई ने सेना के साबले का आत्मविश्वास बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की। निकोलई का 2021 में निधन हो गया था।

साबले की आवाज उनके बारे में बात करते हुए रूंध गयी, उन्होंने कहा, ‘‘मैं उस चीज को कभी नहीं भुला पाऊंगा जो कोच निकोलई स्नेासारेव ने मेरे लिये किया। मेरे जीवन में कई कोच आये, कई गये लेकिन उनका मेरे करियर पर प्रभाव पूरी जिंदगी रहेगा। उन्होंने मेरे सोचने का तरीका बदला। मैंने अपनी जिंदगी में इतना ईमानदार कोच नहीं देखा। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब ओलंपिक की तैयारियां चल रही थीं, तब उनका निधन हो गया (मार्च 2021 में)। वह मेरे लिये बहुत मुश्किल समय था। मैं कभी नहीं सोच सकता था कि भारतीय कीनियाई खिलाड़ियों को पछाड़ सकते हैं, मुझे लगता था कि भारतीय केवल अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने जाते हैं। लेकिन उन्होंने इस सोच को बदल दिया। ’’

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर

 

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