मनीषा ने ब्राजील के खिलाफ दागा ‘स्वप्निल गोल’ |

मनीषा ने ब्राजील के खिलाफ दागा ‘स्वप्निल गोल’

मनीषा ने ब्राजील के खिलाफ दागा ‘स्वप्निल गोल’

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:32 PM IST, Published Date : November 26, 2021/4:10 pm IST

नयी दिल्ली, 26 नवंबर (भाषा) भारतीय महिला फुटबॉलर मनीषा कल्याण ने मानौस में चार देशों के टूर्नामेंट में ब्राजील के खिलाफ मैच में किये गये गोल को ‘सोने पे सुहागा’ करार दिया।

भारतीय महिला टीम के लिये एकमात्र गोल मनीषा ने किया। भारत ने पहले हाफ के अंत तक मजबूत ब्राजील टीम को ज्यादा गोल नहीं करने दिये थे, हालांकि बाद में उसे 1-6 से हार का सामना करना पड़ा।

विंगर मनीषा ने आठवें मिनट में बायें पैर से भारत के लिये बराबरी गोल किया, जिससे पहले देबोरा ओलिविएरा ने 2007 विश्व कप उप विजेता टीम को मैच के पहले ही मिनट में बढ़त दिला दी थी।

मनीषा ने कहा, ‘‘ब्राजील के खिलाफ खेलना मेरे लिये सपने का सच होना था और उनके खिलाफ गोल करना ‘सोने पे सुहागा’ था। ’’

मैच के बाद मनीषा ब्राजील की मिडफील्डर फोर्मिगा मोटा के साथ फोटो खिंचाती दिखीं।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके (फोर्मिगा) के साथ एक ही पिच पर होना, बहुत बड़ी उपलब्धि थी। मुझे उम्मीद है कि हम इस अनुभव से सीख ले सकें और अगले मैच में बेहतर कर सकें। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते थे कि ब्राजील जैसी टीम के खिलाफ मुकाबला मुश्किल होगा। लेकिन जैसे ही हम मैदान पर उतरे, हम दबाव के बारे में भूल गये। हमें आगामी मैचों में भी ऐसा ही करना होगा और बिना दबाव के खेलना होगा। ’’

दुनिया की कई महिला फुटबॉलरों की तरह ही मनीषा का यहां तक का सफर चुनौतियों भरा रहा है। पंजाब के होशियारपुर जिले के छोटे से मुगोवाल गांव की मनीषा ने अपने करियर की मुश्किलों के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘मैं जब 13 साल की थी, तब से खेल रही हू। मैंने अपने कोच ब्रहजी सर की सलाह पर एथलेटिक्स से फुटबॉल में आने का फैसला किया। फुटबॉल में ‘टीम वर्क’ को देखना मेरे लिये काफी दिलचस्पी भरा था और मुझे इस खेल से प्यार हो गया। ’’

उनके गांव में किसी ने उनके फुटबॉलर बनने के फैसले का समर्थन नहीं किया लेकिन उन्हें अपने माता पिता का पूरा सहयोग मिला।

भाषा नमिता मोना

मोना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)