नयी दिल्ली, तीन अगस्त (भाषा) भारतीय पैरा तैराक निरंजन मुकुन्दन को आगामी तोक्यो पैरालंपिक के लिए द्विपक्षीय (बाइपार्टाइट) कोटा मिला है। इन खेलों की राष्ट्रीय निकाय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मुकुन्दन को कोटा स्थान देने के अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) के फैसले का मतलब होगा कि भारत के 54 सदस्यीय दल में दो पैरा तैराक होंगे, जो अब तक का सबसे बड़ा है।
चौबीस अगस्त से पांच सितंबर तक आयोजित होने वाले पैरालंपिक के लिए सुयश नारायण जाधव पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं।
हीडलबर्ग 1972 पैरालंपिक के बाद यह भी पहली बार है कि भारत पैरा तैराकी स्पर्धाओं में भाग लेगा। मुरलीकांत पेटकर ने 1972 के खेलों में 50 मीटर फ्रीस्टाइल में विश्व रिकॉर्ड समय के साथ देश का पहला स्वर्ण पदक जीता था।
महाराष्ट्र के 27 वर्षीय जाधव ने जकार्ता में 2018 एशियाई पैरा खेलों के दौरान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वह तोक्यो में एस7 श्रेणी की 50 मीटर बटरफ्लाई और एसएम7 श्रेणी की 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में चुनौती पेश करेंगे।
बेंगलुरु के 26 वर्षीय मुकुन्दन ने भी एस7 वर्ग में जगह बनाई है, जहां वह पुरुषों की 50 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में भाग लेंगे।
मुकुन्दन जूनियर विश्व चैम्पियनशिप के विजेता रहे है। उन्होंने 2014 आईडब्ल्यूएएस विश्व जूनियर खेलो (2014) में आठ पदक जीते थे।
भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ 1972 के खेलों के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय खिलाड़ी पैरा तैराक मुकाबले में होंगे। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ नतीजा हासिल करना चाहते हैं।’’
भाषा आनन्द मोना
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