घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए घसियाले या स्पिनरों की मददगार पिच को लेकर पशोपेश

घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए घसियाले या स्पिनरों की मददगार पिच को लेकर पशोपेश

घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए घसियाले या स्पिनरों की मददगार पिच को लेकर पशोपेश
Modified Date: September 30, 2025 / 07:03 pm IST
Published Date: September 30, 2025 7:03 pm IST

… देवार्चित वर्मा …  

अहमदाबाद, 30 सितंबर (भाषा) रोहित शर्मा के युग में घरेलू टेस्ट मैचों के लिए स्पिनरों की मददगार पिच तैयार करना ‘सही रणनीति’ थी, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या नये टेस्ट कप्तान शुभमन गिल सहित मौजूदा टीम प्रबंधन स्पिनरों की मददगार पिचों पर खेलने के आजमाए हुए नुस्खे को बरकरार रखेगा।

भारतीय टेस्ट टीम का यह परिवर्तन काल इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ। अब टीम प्रबंधन के पास घरेलू मैदानों की पिचों की प्रकृति को लेकर फैसला करने का भारी दबाव होगा। टीम घरेलू सरजमीं पर स्पिनरों की मददगार पिचों में न्यूजीलैंड से करारी शिकस्त झेल चुकी है जबकि तेज गेंदबाजों की मददगार इंग्लैंड की परिस्थितियों में युवा बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। 

 ⁠

वेस्टइंडीज की टीम इस प्रारूप में ज्यादा मजबूत नहीं है ऐसे में इस सवाल का तुरंत जवाब ढूंढने की शायद जरूरत ना पडे। भारतीय टीम अपने घरेलू सत्र की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला से कर रही है।

श्रृंखला का पहला टेस्ट बृहस्पतिवार को दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में शुरू होगा और मैच से दो दिन पहले पिच पर हरी घास दिखाई दे रही थी। मैदानकर्मियों ने दिन के समय में उस पर ज्यादा काम नहीं किया।

दूसरा टेस्ट 10 से 14 अक्टूबर तक नयी दिल्ली में खेला जाएगा।

इसमें कोई रहस्य नहीं है कि अतीत में पिचें टीम की खेल शैली के अनुसार तैयार की जाती रही हैं और पूर्व कप्तान रोहित अक्सर इस रणनीति का बचाव करते थे।

यह शायद सही भी था, क्योंकि टीम ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। भारत ने घरेलू सरजमी पर पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ शिकस्त झेलने से पहले 12 वर्षों में घरेलू मैदान पर 18 श्रृंखलाएं जीतीं।

बारिश से प्रभावित पहले टेस्ट में बेंगलुरु में तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर न्यूजीलैंड से हारने के बाद, भारत ने श्रृंखला के दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए पुणे और मुंबई में पूरी तरह से स्पिनरों को मदद करने वाली पिचों पर खेलने का मन बनाया लेकिन भारतीय बल्लेबाज न्यूजीलैंड के स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष करते दिखे।

न्यूजीलैंड ने इस श्रृंखला को 3-0 से सूपड़ा साफ कर इतिहास रच दिया।

भाषा

आनन्द आनन्द सुधीर

सुधीर


लेखक के बारे में