( सौमोज्योति एस चौधरी )
नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) विश्व मुक्केबाजी के अध्यक्ष बोरिस वैन डर वोर्स्ट ने स्कोरिंग प्रणाली को अधिक उद्देश्यपूर्ण और पारदर्शी बनाने के लिए ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (एआई) जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करके खेल को बदलने का दृढ़ संकल्प किया है।
उन्होंने कहा कि एक बार जब अलग हुई संस्था को आईओसी से आधिकारिक मान्यता मिल जाती है तो वह खेल की स्कोरिंग प्रणाली में बदलाव ला देंगे।
मुक्केबाजी में वर्तमान स्कोरिंग प्रणाली व्यक्तिपरक, पेचीदा और विवादास्पद है। इससे कई मुक्केबाज संदिग्ध फैसलों से ठगा हुआ महसूस करते हैं। हालांकि दशक भर में कई बदलाव हुए हैं लेकिन स्कोरिंग प्रणाली अब भी पारदर्शी नहीं हुई है।
हालिया विवाद पेरिस ओलंपिक में तब पैदा हुआ जब भारत के निशांत देव पुरुषों के 71 किग्रा क्वार्टर फाइनल में हार गए जबकि वह मुकाबले में दबदबा बनाये थे जिससे बहस और आक्रोश फैल गया।
वैन डर ने रविवार को यहां एशियाई ओलंपिक परिषद की 44वीं आम सभा के दौरान पीटीआई से कहा, ‘‘हम अब एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग कर फैसले को अधिक पारदर्शी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘बहुत ही दिलचस्प परियोजनाएं हैं जो पहले ही शुरू हो चुकी हैं। हमें फिर से कुछ भरोसा बनाना होगा। मैं मानता हूं कि भरोसे की कमी है। लेकिन हम इसे बनाने के लिए आधुनिक तकनीक पर काम कर रहे हैं। ’’
वह पिछले नवंबर में विश्व मुक्केबाजी प्रमुख चुने गए। उन्हें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक वह सब व्यवस्थित कर लेंगे और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा आधिकारिक मुक्केबाजी विश्व संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त कर लेंगे।
आईओसी ने पिछले साल ‘‘वित्तीय पारदर्शिता और शासन’’ के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) की ओलंपिक मान्यता छीन ली थी।
भाषा नमिता आनन्द
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