भारत में स्पिन खेलना बड़ी चुनौती, हमें इससे निपटने का तरीका ढूंढना होगा: बटलर

भारत में स्पिन खेलना बड़ी चुनौती, हमें इससे निपटने का तरीका ढूंढना होगा: बटलर

भारत में स्पिन खेलना बड़ी चुनौती, हमें इससे निपटने का तरीका ढूंढना होगा: बटलर
Modified Date: January 23, 2025 / 12:35 pm IST
Published Date: January 23, 2025 12:35 pm IST

कोलकाता, 23 जनवरी (भाषा) इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने यहां पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के खिलाफ सात विकेट से मिली करारी हार के बाद कहा कि भारतीय परिस्थितियों में स्पिनरों को खेलना चुनौती बनी रहेगी और उनके बल्लेबाजों को पांच मैच की श्रृंखला में वापसी करने के लिए इससे निपटने का तरीका ढूंढना होगा।

इंग्लैंड की टीम बुधवार को यहां पहले बल्लेबाजी करते हुए वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई की स्पिन तिकड़ी के सामने 132 रन आउट हो गई। भारत ने केवल 12.5 ओवर में लक्ष्य हासिल करके श्रृंखला में शुरुआती बढ़त बनाई।

बटलर ने यहां ईडन गार्डन्स में मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उस तरह का खेल नहीं खेल पाए जैसा कि खेलना चाहते थे। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की।’’

 ⁠

उन्होंने कहा,‘‘हमारे कुछ बल्लेबाज पहली बार उनके कुछ गेंदबाजों का सामना कर रहे थे। उनके प्रदर्शन पर गौर करना अच्छा होगा। हर कोई अच्छा खेलना चाहता है और उन पर दबाव बनाना चाहता है। हम बड़ा स्कोर बनाना चाहते हैं जिसका हम बचाव कर सकें।’’

इंग्लैंड के कप्तान ने स्वीकार किया कि स्पिन भारत में लगातार चुनौती बनी रहेगी और उन्होंने अपनी टीम से इससे निपटने के लिए व्यक्तिगत रणनीति तैयार करने का अनुरोध किया।

बटलर ने कहा, ‘‘हमारे पास वास्तव में अच्छे खिलाड़ी हैं और हम जानते हैं कि भारत के खिलाफ उन्हें स्पिन का काफी सामना करना पड़ेगा। हमारा मानना है कि हमें प्रत्येक मैच में कम से कम तीन स्पिनर का सामना करना पड़ेगा। हमें उन पर दबाव बनाने के लिए अपनी व्यक्तिगत रणनीति के साथ खेलना होगा।’’

हार के बावजूद बटलर ने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट के अपने आक्रामक ब्रांड से नहीं हटेगा जो 2015 से उनकी पहचान रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट में हम हमेशा आक्रामक खेल खेलने का प्रयास करते हैं। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि 2015 के बाद से हमारा सीमित ओवरों की क्रिकेट में खेलने का यही तरीका रहा है और हम वास्तव में कभी इससे पीछे नहीं हटे हैं।’’

भाषा

पंत

पंत


लेखक के बारे में