प्रदर्शनकारियों ने बीजिंग शीतकालीन खेलों की मशाल जलाने के समारोह को बाधित किया

प्रदर्शनकारियों ने बीजिंग शीतकालीन खेलों की मशाल जलाने के समारोह को बाधित किया

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  • Publish Date - October 18, 2021 / 04:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

प्राचीन ओलंपिया (यूनान), 18 अक्टूबर (एपी) चीन में मानवाधिकार उल्लंघन का विरोध कर रहे तीन प्रदर्शनकारी उस पुरातत्व स्थल पर घुस आए जहां 2022 बीजिंग शीतकालीन खेलों की मशाल को सोमवार को जलाया जाना था। ये प्रदर्शनकारी हेरा के मंदिर की ओर दौड़े और इस दौरान उनके हाथों में बैनर था जिस पर लिखा था ‘नरसंहार खेल नहीं’।

प्रदर्शनकारियों ने दीवार को फांदकर मैदान में प्रवेश किया और उस स्थान पर जाने का प्रयास किया जहां समारोह होना था। पुलिस ने इसके बाद उन्हें जमीन पर गिरा दिया और हिरासत में ले लिया।

मंदिर की ओर दौड़ते हुए एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘बीजिंग को ओलंपिक खेलों के आयोजन की स्वीकृति कैसे दी जा सकती है जबकि वे उइगर मुस्लिमों के खिलाफ नरसंहार कर रहे हैं।’’

इस दौरान मशाल को भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच यूनान में प्राचीन ओलंपिक के जन्म स्थल में प्रज्ज्वलित किया गया।

महामारी के कारण सुरक्षा नियम लागू किए गए थे जिसके कारण समारोह के लिए लोगों को एकत्रित होने की स्वीकृति नहीं थी। प्राचीन ओलंपिया में सूरज की रोशनी से मशाल को जलाया गया और फिर मशाल रिले का आयोजन किया गया।

इससे पहले यूनान की पुलिस ने समारोह स्थल पर पहुंचने से पूर्व ही कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया था। बीजिंग 2008 ओलंपिक खेलों के मशाल प्रज्ज्वलन समारोह के दौरान भी लोकतंत्र समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था।

एपी सुधीर मोना

मोना