शिव, संजीत, दीपक और रोहित ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण जीते, विश्व चैंपियनशिप टीम में जगह बनाई

शिव, संजीत, दीपक और रोहित ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण जीते, विश्व चैंपियनशिप टीम में जगह बनाई

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  • Publish Date - September 21, 2021 / 07:49 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:14 PM IST

बेल्लारी, 21 सितंबर (भाषा) रोहित मोर ने गत चैंपियन मोहम्मद हुसामुद्दीन को हराकर उलटफेर किया लेकिन अनुभवी शिव थापा और संजीत ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए मंगलवार को यहां पुरुष राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने अपने वजन वर्ग में स्वर्ण पदक जीते।

दीपक कुमार (51 किग्रा), आकाश (54 किग्रा), आकाश (67 किग्रा), सुमित (75 किग्रा), सचिन कुमार (80 किग्रा), लक्ष्य (86 किग्रा) और नरेंदर (92 किग्रा से अधिक) ने भी अपने अपने फाइनल मुकाबले जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किए। ये सभी सेना के मुक्केबाज हैं।

राष्ट्रीय चैंपियनशिप के सभी स्वर्ण पदक विजेता सर्बिया के बेलग्राद में 24 अक्टूबर से छह नवंबर तक होने वाली विश्व चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

शिव के अलावा बाकी सभी मुक्केबाज पहली बार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे।

दिल्ली के मुक्केबाज रोहित ने राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया। हुसामुद्दीन 57 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार थे।

सेना का ही प्रतिनिधित्व कर रहे गत एशियाई चैंपियन संजीत ने हरियाणा के नवीन कुमार को सर्वसम्मत फैसले से हराया।

विश्व चैंपियनशिप 2015 के कांस्य पदक विजेता और एशियाई चैंपियनशिप के पांच बार के पदक विजेता असम के अनुभवी शिव ने 63.5 किग्रा वर्ग के फाइनल में सेना के दलवीर सिंह तोमर के खिलाफ 5-0 की आसान जीत के साथ अपने खिताब का बचाव किया।

कर्नाटक के निशांत देव ने दमन, दीव एवं नगर हवेली के अमित कुमार को हराकर 71 किग्रा वर्ग में खिताब जीता।

एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए चैंपियनशिप का सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज चुना गया।

सेना ने आठ स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक से कुल 12 पदक के साथ टीम चैंपियनशिप के अपने खिताब का बचाव किया।

रेलवे ने दो स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य सहित सात पदक से दूसरा जबकि दिल्ली ने एक स्वर्ण और चार रजत से कुल पांच पदक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।

रेलवे के लिए वरिंदर सिंह (60 किग्रा) और गोविंद सहानी (48 किग्रा) ने सर्वसम्मत फैसले में स्वर्ण पदक जीते।

कोविड-19 महामारी के कारण इस चैंपियनशिप का आयोजन एक साल के ब्रेक के बाद हुआ है।

चैंपियनशिप से प्रत्येक भार वर्ग के स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को सीधे राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में जगह मिलेगी। दो कांस्य पदक विजेता चयन ट्रायल में हिस्सा लेंगे जहां वे पिछली राष्ट्रीय चैंपियनशिप की शीर्ष तीन टीमों सेना, रेलवे और हरियाणा की दूसरी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले मुक्केबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा पेश करेंगे।

भाषा  सुधीर आनन्द

आनन्द