विश्व कुश्ती संस्था की धमकी, अगर तदर्थ समिति को वापस लाया गया तो डब्ल्यूएफआई पर फिर प्रतिबंध लगेगा

विश्व कुश्ती संस्था की धमकी, अगर तदर्थ समिति को वापस लाया गया तो डब्ल्यूएफआई पर फिर प्रतिबंध लगेगा

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  • Publish Date - April 26, 2024 / 10:41 PM IST,
    Updated On - April 26, 2024 / 10:41 PM IST

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) कुश्ती की विश्व संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने शुक्रवार को भारत पर फिर से प्रतिबंध लगाने और उसके पहलवानों को अगले महीने होने वाले अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर से बाहर करने की धमकी दी, अगर खेल को चलाने के लिए तदर्थ समिति को फिर से लाया गया।

हाल में दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया जिसमें कहा गया कि उन परिस्थितियों को बताया जाए जिसके कारण राष्ट्रीय कुश्ती संस्था को चलाने के लिए तदर्थ समिति को भंग करना पड़ा।

यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) ने डब्ल्यूएफआई (भारतीय कुश्ती महासंघ) को लिखे एक पत्र में अपना रुख दोहराया कि वे किसी भी देश के राष्ट्रीय संघ के संचालन में किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देंगे।

यूडब्ल्यूडब्ल्यू के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने डब्ल्यूएफआई को अपने ईमेल में लिखा, ‘‘हमें सूचित किया गया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ को एक बार फिर आपके खेल मंत्रालय द्वारा इसके मामलों की निगरानी के लिए एक तदर्थ समिति लाने की धमकी दी गई है। ’’

उन्होंने डब्ल्यूएफआई को इस कदम के गंभीर प्रभावों की याद दिलायी जिसमें आगामी ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों को खतरे में डालना भी शामिल है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम यूडब्ल्यूडब्ल्यू कानून और ओलंपिक चार्टर के अनुसार अपने राष्ट्रीय महासंघों की स्वायत्तता और स्वतंत्रता के सिद्धांत को बनाए रखने के लिए यूडब्ल्यूडब्ल्यू के दृढ़ संकल्प को दोहराना चाहेंगे। ’’

लालोविच ने कहा, ‘‘अगर आपके महासंघ के खिलाफ कोई निर्णय या आदेश दिया जाता है तथा भारत में हमारे खेल के दैनिक मामलों को चलाने के लिए तीसरे पक्ष को नामित किया जाता है तो यूडब्ल्यूडब्ल्यू के पास अगली सूचना तक आपके महासंघ पर फिर से अस्थायी निलंबन को लागू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। इस बार इसमें आपके खिलाड़ियों कोभी शामिल किया जा सकता है। ’’

भाषा नमिता

नमिता