आप हमेशा शीर्ष क्रम को दोष नहीं दे सकते, उन्हें एक मैच से नहीं आंका जा सकता: रिचा घोष

आप हमेशा शीर्ष क्रम को दोष नहीं दे सकते, उन्हें एक मैच से नहीं आंका जा सकता: रिचा घोष

आप हमेशा शीर्ष क्रम को दोष नहीं दे सकते, उन्हें एक मैच से नहीं आंका जा सकता: रिचा घोष
Modified Date: October 10, 2025 / 11:30 am IST
Published Date: October 10, 2025 11:30 am IST

विशाखापत्तनम, 10 अक्टूबर (भाषा) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर रिचा घोष ने वनडे विश्व कप में टीम के शीर्ष क्रम की बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का बचाव करते हुए कहा कि एक मैच से उनका आकलन नहीं किया जा सकता।

बल्लेबाजों के लिए आसान पिच पर खेलने के बावजूद भारत के शीर्ष बल्लेबाज विश्व कप में लगातार तीसरी बार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और टीम गुरुवार को यहां दक्षिण अफ्रीका से तीन विकेट से हार गई।

प्रतीका रावल, स्मृति मंधाना, हरलीन देओल, कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स के जल्दी-जल्दी आउट होने के बाद भारत का स्कोर एक समय छह विकेट पर 102 रन था। इसके बाद घोष (94) ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर पारी को संभाला और भारत को 251 के स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने मुश्किल चुनौती का सामना करते हुए यह लक्ष्य हासिल कर लिया।

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घोष ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारे शीर्ष क्रम के सभी खिलाड़ी अच्छे बल्लेबाज हैं। एक मैच से उनका आकलन नहीं किया जा सकता। क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना हमारा काम है। आप हमेशा शीर्ष क्रम पर दोष नहीं मढ़ सकते।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हमने मैच में कभी हार नहीं मानी। हम आखिरी गेंद तक खेले और अधिक से अधिक रन बनाने की कोशिश की।’’

घोष ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि क्रांति के ओवर में टर्निंग पॉइंट आया। नादिन डी क्लार्क ने जो एक छक्का और एक चौका लगाया, जिससे वास्तव में पासा पलट गया। बाकी सब कुछ नियंत्रण में था। ’’

घोष ने कहा कि टीम परिणाम की समीक्षा करेगी, लेकिन इससे रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले महत्वपूर्ण मैच से पहले उनके आत्मविश्वास पर कोई असर नहीं पड़ा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने इस प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे। हम इस बात का आकलन करेंगे कि हमने कहां अच्छा प्रदर्शन किया और हम कहां सुधार कर सकते हैं। हम सकारात्मक बने रहेंगे। हम इस मैच से सीख लेकर आगे अच्छा प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करेंगे।’’

भाषा

पंत

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