छत्तीसगढ़ में अपनी चौथी पारी के लिए भाजपा ने अभी से कमर कस ली है। पार्टी के 65 सीटों पर जीत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसका फोकस अब प्रदेश की आदिवासी सीटों पर है। जाहिर है बस्तर और सरगुजा की सभी सीटों के साथ वो 29 ऐसी सीटों पर अभी से अपनी नजर बनाए हुए है, जो आदिवासी इलाकों के हैं। पार्टी के भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में इसे लेकर नई रणनीति बनाई गई।
भाजपा का फोकस अब छत्तीसगढ़ की आदिवासी सीटों पर है। सभी 29 सीटों पर इस बार भगवा लहराने के लिए उसने चुनाव के डेढ़ साल पहले से ही मशक्कत शुरू कर दी है। इसी कड़ी में रायपुर में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुई बैठक में आदिवासी क्षेत्रों के जनता की मांगों को जल्दी पूरा करने का फैसला लिया गया। साथ ही इन इलाकों में आने वाले दिनों में कार्यक्रम कराने की रूपरेखा भी बनाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर और सरगुजा पर फोकस करेंगे, तो 65 सीटों का लक्ष्य हासिल करना संभव है।
शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, धान बोनस और मोबाइल बांटने की सरकार की योजना के बारे में जन-जन तक बात पहुंचाने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और मोर्चा के अध्यक्ष ने भी नई रणनीति बनाई है। जिसके तहत काम कर पार्टी अपने 65 सीटों के लक्ष्य तक पहुंचना चाहती है। भाजपा की ये बैठक बताती है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिए फार्मूले पर पूरी पार्टी और सरकार अमल करने लगी है। जाहिर है वो चौथी पारी में कोई चूक नहीं करना चाहती।