कोरबा। डोर टू डोर सर्वे और एक-एक वार्डो में जाकर BPL परिवारों को ढूंढने के बाद भी कोरबा नगर निगम को 9 हजार 20 परिवार नहीं मिल पाएं है। जिसमें से 6 हजार 5 सौ 66 परिवारों का तो पता ही नहीं है कि वह उस इलाके में थे भी या नहीं। दरअसल स्काई योजना का लाभ दिलाने कोरबा नगर-निगम का अमला 2007-08 की BPL सूची में दर्ज लोगों को ढूंढने का काम कर रहा है।
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ऐसे में नगर निगम ने इन हितग्राहियों की एक सूची तैयार की है। जिसमें 5 सौ 65 परिवारों को मृत बताया गया है। जबकि 1 हजार 6 सौ 25 परिवार पलायन की श्रेणी में आ गए है। वहीं 2 सौ 64 ऐसे परिवार है। जो अब एपीएल की श्रेणी में आ चुके है। लेकिन राजस्व, इंजीनियर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संयुक्त सर्वे के बाद भी नगर-निगम 6 हजार 5 सौ 66 हितग्राहियों को अब तक ढूंढ नहीं पाया है। जिससे निगम भी हैरान है और मामले की समीक्षा के बाद कार्रवाई की दलील दे रहा है।।
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बालोद में युवकों की करीब डेढ़ महीने की मेहनत अब रंग लाने लगी है 12 युवकों की टोली के साथ रेड क्रॉस सोसाइटी, स्काउट-गाइड के बच्चे और मनरेगा में काम करने वाली महिलाओं ने जी-जान लगाकर तांदुला का रूप बदल दिया जिससे नदी अब लोगों के उपयोग के लायक बन गई है।
वेब डेस्क, IBC24