शिक्षाकर्मियों को प्रदर्शन की अनुमति नहीं, पुलिस रख रही पैनी नज़र

शिक्षाकर्मियों को प्रदर्शन की अनुमति नहीं, पुलिस रख रही पैनी नज़र

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  • Publish Date - December 4, 2017 / 04:31 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मियों की हड़ताल जारी है। आज एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर शिक्षाकर्मी राजधानी रायपुर में जुटे और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की। शिक्षाकर्मियों ने ये भी साफ कर दिया है, कि किसी भी सूरत में उनका आंदोलन जारी रहेगा और पदाधिकारियों की रिहाई होने के बाद ही सरकार से कोई बातचीत की जाएगी।

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शहर दाखिले के प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस की पैनी नज़र हैं, आने-जाने वाली हर गाड़ियों की तफ्तीश की जा रही है, कि कहीं शिक्षाकर्मी तो सवार नहीं है. पुलिस हर वाहनों की जांच कर रही है.

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ऑटो हो या बाइक हो सबकी जांच की जा रही है. लोगों से उनका आईडी कार्ड भी मांगा जा रहा है, कहीं शिक्षाकर्मी तो फिर से एकत्र तो नहीं हो रहे हैं.

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रायपुर के रिंग रोड स्थित रावणभाटा मैदान का है, जहां एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर हज़ारों की संख्या में शिक्षाकर्मी जुटे। रविवार सुबह पुलिस की तैनाती बूढ़ातालाब और ईदगाहभाठा धरनास्थल पर थी, लेकिन शिक्षाकर्मी रावणभाठा पहुंचे गए, जहां कोई पुलिस व्यवस्था नहीं थी। शिक्षाकर्मियों ने साफ कर दिया है, कि जब तक उनके पदाधिकारियों की रिहाई नहीं होगी तबतक सरकार से वार्ता नहीं होगी और आंदोलन जारी रहेगा।

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शिक्षाकर्मियों को धरनास्थल जाने से रोकने के लिए की गई पुलिस की सख्ती से आम लोग भी परेशान हुए। लाखे नगर धरनास्थल और बूढ़ातालाब के आस-पास बैरिकेडिंग कर बसों और गाड़ियों को रोक कर लोगों की ID और शिक्षाकर्मी होने के शक में मोबाइल और वाट्सअप ग्रुप तक चैक किए गए। बहरहाल तमाम सख्ती के बाद भी राजधानी रायपुर में अब भी 30 हज़ार से ज्यादा शिक्षाकर्मी मौजूद हैं और आरपार की लड़ाई के मूड में हैं।

 

 

वेब डेस्क, IBC24