महाराष्ट्र के औरंगाबाद में इस वर्ष रेलवे मार्ग पर आत्महत्या करने के 17 मामले सामने आए

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में इस वर्ष रेलवे मार्ग पर आत्महत्या करने के 17 मामले सामने आए

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  • Publish Date - June 9, 2021 / 01:54 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

औरंगाबाद, नौ जून (भाषा) महाराष्ट्र में रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के औरंगाबाद कार्यालय के अंतर्गत दक्षिण मध्य रेलवे के 140 किलोमीटर लंबे मार्ग में इस साल के पहले पांच महीनों में आत्महत्या के 17 मामले सामने आए हैं।

वहीं 2020 में पूरे साल में आत्महत्या के 19 ऐसे मामले सामने आए थे। आरपीएफ के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह रेल खंड नासिक जिले के अंकाई और जालना में बदनापुर के बीच स्थित है।

औरंगाबाद जिले में आरपीएफ के निरीक्षक अरविंद शर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा, “ जनवरी से दिसंबर 2020 के बीच रेलवे के इस मार्ग पर कुल 35 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 19 मामले आत्महत्या के थे जबकि शेष 16 लोगों की मौत करमाड के नजदीक एक दुर्घटना में हुई थी।”

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान पिछले साल मई में मध्य प्रदेश लौटते समय रेल की पटरियों पर सो रहे 16 प्रवासी कामगारों को औरंगाबाद जिले के करमाड में एक मालगाड़ी ने कुचल दिया था। इस हादसे में सभी 16 कामगारों की मौत हो गयी थी।

आरपीएफ के निरीक्षक अरविंद शर्मा ने कहा, “ 2021 के शुरुआती पांच महीनों में रेलवे के इस मार्ग पर आत्महत्या करने के कुल 17 मामले सामने आए हैं जबकि तीन लोग घायल हुए हैं।” रेलवे के सुरक्षा अधिकारियों ने आठ ऐसे लोगों की काउंसलिंग कर उन्हें घर वापस भेज दिया, जोकि आत्महत्या करने के इरादे से आए थे।

भाषा

रवि कांत नरेश

नरेश