सफेद बाघ के संरक्षण के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन फिर भी इनकी देखरेख में लापरवाही जारी है. भिलाई के मैत्री गार्डन में 2 साल के बाघ राम के पैर कटे 2 साल हो गए. लेकिन इसकी जानकारी मैत्री बाग के अफसरों ने न तो सेंट्रल जू अथॉरिटी यानि CJDA को दी. और न तो BSP को. जू प्रबंधन मामले को छिपाने में लगे हुए हैं.
बाघ राम को शेर के पिंजरे में रखा गया है. बता दें कि मैत्री बाग में करीब 2 साल पहले सफेद बाघिन गंगा ने 2 शावक राम और श्याम को जन्म दिया था. करीब 15 दिन बाद खेलते समय राम को उसकी मां ने काट लिया था. जिससे राम के दाहिने पैर में जख्म हो गया. लेकिन ये जानकारी सीजेडीए को देने के बजाय मैत्री बाग जू प्रबंधन ने अपने स्तर पर शावक का उपचार शुरू कर दिया. जिससे राम की हालत बिगड़ती चली गई और गुपचुप तरीके से एक दिन उसका पैर काट दिया गया. इधर मामला उजागर होने के बाद से जू प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है.