इंदौर में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बाद जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए नमूने

इंदौर में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बाद जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए नमूने

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  • Publish Date - February 24, 2021 / 10:37 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

इंदौर, 24 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच प्रशासन ने जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए दिल्ली और पुणे के दो संस्थानों को संक्रमितों के नमूने भेजे हैं। इस वैज्ञानिक प्रक्रिया के जरिये यह पता चल सकेगा कि जिले में सार्स-सीओवी-2 का कोई नया स्वरूप तो सक्रिय नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

कोविड-19 की रोकथाम के लिए जिले के नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमने कोविड-19 के 100 मरीजों के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) भेजे हैं। इसके अलावा, संक्रमितों के कुछ नमूने पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भी भेजे गए हैं।’

उन्होंने बताया कि इन नमूनों की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल सकेगा कि जिले में सार्स-सीओवी-2 का कोई नया स्वरूप सक्रिय है या नहीं?

मालाकार ने कहा, ‘हाल के दिनों में जिले में कोविड-19 के मामले बढ़ने का कारण महामारी से बचाव के प्रति आम लोगों की जागरूकता में कमी है। इसके अलावा, मौजूदा मौसमी बदलाव किसी भी संक्रामक बीमारी के वायरस के फैलाव के लिए मुफीद है।’

उन्होंने यह भी बताया कि जिले में कोविड-19 के मरीजों के लिए 46 अस्पतालों में फिलहाल करीब 3,000 बिस्तर उपलब्ध हैं और जरूरत पड़ने पर इस क्षमता को बढ़ाकर 4,500 बिस्तरों तक पहुंचाया जा सकता है।

नोडल अधिकारी ने बताया, ‘कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के चलते हमने सरकारी और निजी अस्पतालों के प्रबंधन को सतर्क करते हुए कहा है कि वे महामारी से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें।’

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में गत 24 मार्च से लेकर 23 फरवरी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 59,101 मरीज मिले हैं। इनमें से 931 मरीजों की मौत हो चुकी है।

भाषा हर्ष रंजन

रंजन