लखनऊ, दो नवंबर (भाषा) मध्य एवं दक्षिण अमेरिकी देशों और कैरेबियाई द्वीपों से आए 47 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश डिजाइन एवं शोध संस्थान का दौरा किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
प्रेस को जारी एक बयान के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल में डिजाइन, कला, शिक्षा और फैशन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने भारत की समृद्ध शिल्प और सांस्कृतिक विरासत का गहन अध्ययन किया।
संस्थान की ओर से इस अवसर पर पारंपरिक कला और हस्तशिल्प पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें बोन कार्विंग, जरी-जरदोजी, चिकनकारी, बाटिक प्रिंटिंग और टेराकोटा जैसी कलाओं का प्रदर्शन किया गया।
प्रतिनिधिमंडल ने संस्थान के दुर्लभ कलाकृतियों से सुसज्जित पुस्तकालय और संग्रहालय का भ्रमण किया और एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) डिजाइन स्टूडियो का भी दौरा किया, जहां संस्थान द्वारा प्रशिक्षित कारीगरों के बनाए उत्पाद प्रदर्शित थे।
संस्थान की अध्यक्ष क्षिप्रा शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह दौरा अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करेगा और विश्वभर में उत्तर प्रदेश की पारंपरिक शिल्प कलाओं को नयी पहचान दिलाएगा।
कार्यक्रम के समापन पर संस्थान की ओर से अतिथियों को स्मृति चिह्न और ओडीओपी उत्पाद भेंट किए गए। इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त सुनील कुमार सहित एमएसएमई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
भाषा राजेंद्र खारी
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