आगरा: थाने से 25 लाख रुपये चुराने के आरोपी की हिरासत में मौत |

आगरा: थाने से 25 लाख रुपये चुराने के आरोपी की हिरासत में मौत

आगरा: थाने से 25 लाख रुपये चुराने के आरोपी की हिरासत में मौत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : October 20, 2021/3:35 pm IST

आगरा (उत्तर प्रदेश), 20 अक्टूबर (भाषा) शहर के जगदीशपुरा थाने से 25 लाख रुपये चुराने के आरोपी व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी की सेहत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई।

आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने बताया कि चोरी के पैसे बरामद करने के लिए मंगलवार की रात आरोपी के आवास की तलाशी ली गई और इस दौरान अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि आरोपी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया गया घोषित कर दिया।

पुलिस ने बताया कि अरुण पर शनिवार की रात थाने के मालखाना (थाने में वह कमरा जहां जब्त की गई वस्तुएं रखी जाती हैं) से नकदी चुराने का आरोप है। वह थाने में सफाईकर्मी का काम करता था।

आगरा परिक्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में थाना प्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान पुलिस ने कई संदिग्धों को पकड़ा। उनमें से अरुण भी एक था, क्योंकि वह मालखाना में जा सकता था। अरुण को मंगलवार को आगरा के ताजगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसने पहचान छुपाने के लिए अपना सिर मुंडा लिया था।

आगरा के एसएसपी ने बताया, ‘‘पुलिस दल चोरी को लेकर विभिन्न संदिग्धों से पूछताछ कर रहा था। मंगलवार की शाम लोहामंडी क्षेत्र निवासी अरुण को पुलिस हिरासत में लिया गया।’’

उन्होंने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान अरुण ने चोरी करना स्वीकार किया और बताया कि चोरी के पैसे उसके घर में रखे हैं।’’

अरुण की तबियत बिगड़ने और उसकी मौत होने से पहले पुलिस ने उसके घर की तलाशी में 15 लाख रुपये बरामद कर लिए थे।

अधिकारी ने कहा कि अरुण के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट के आधार पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। अरुण के परिवार ने उसकी मृत्यु के संबंध में शिकायत दर्ज करायी है।

वहीं, वाल्मिकी समुदाय के लोग अरुण के आवास के बाहर एकत्र हो गए हैं और उसके मृत्यु के मामले की स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं। समुदाय के स्तानीय नेताओं ने कहा है कि इस मामले में जबतक निष्पक्ष जांच शुरू नहीं होती तब तक वे ”महर्षि वाल्मीकि जयंती’ नहीं मनाएंगे।

भाषा अर्पणा पवनेश

पवनेश

 

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