अमेठी गांधी परिवार की ‘अमानत’, मेरी जीत यानी उनकी जीत : किशोरी लाल शर्मा

अमेठी गांधी परिवार की 'अमानत', मेरी जीत यानी उनकी जीत : किशोरी लाल शर्मा

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  • Publish Date - May 9, 2024 / 07:21 PM IST,
    Updated On - May 9, 2024 / 07:21 PM IST

(आसिम कमाल)

अमेठी (उप्र), नौ मई (भाषा) उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस सीट पर कांग्रेस के हार स्वीकार करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावे से ‘‘अहंकार’’ की बू आती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी जीत गांधी परिवार की जीत होगी।

शर्मा ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कांग्रेस नेता सतीश शर्मा का उदाहरण दिया, जिन्होंने 1990 के दशक में अमेठी से चुनाव लड़ा था और इस सीट पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सफर की शुरुआत की नींव रखी थी। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में इस तरह के हालात बनते हैं तो वह भी गांधी परिवार के किसी सदस्य के लिए ऐसा ही करेंगे।

शर्मा ने 1991 और 1996 में अमेठी सीट पर दर्ज की थी लेकिन 1998 में उन्हें हार का सामना करना पड़ना था, जिसके बाद उन्होंने रायबरेली का रुख किया और सोनिया गांधी ने 1999 में अमेठी से चुनाव लड़ा तथा जीत दर्ज की।

इस बार राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं जबकि गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले किशोरी लाल शर्मा अमेठी से चुनाव मैदान में हैं।

शर्मा रायबरेली और अमेठी दोनों सीट पर सांसद प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर चुके हैं।

गांधी परिवार के सदस्य के बजाय किशोरी लाल शर्मा को चुनाव मैदान में उतारकर कांग्रेस द्वारा अमेठी से हार स्वीकार किए जाने के भाजपा के दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”यह उनका (भाजपा) अहंकार है, जो बोल रहा है कि सीट पर हमने हार स्वीकार कर ली। 20 मई को जनता इसका जवाब देगी और नतीजा चार जून को सामने होगा।”

शर्मा ने अमेठी से हार के डर के कारण राहुल गांधी के मैदान छोड़कर भागने के भाजपा के तंज पर कहा कि जो आजादी के बाद पैदा हुए हैं वे गांधी परिवार का इतिहास नहीं जानते हैं।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”गांधी परिवार (नेहरू-गांधी परिवार) न तो अंग्रेजों के वक्त भागा था और न ही अब भागा है तथा न ही भविष्य में ऐसा करेगा। हम दूसरों को भगाते हैं। राहुल पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं और भाजपा को भगाने में जुटे हैं।”

रायबरेली सीट से भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह द्वारा शर्मा को गांधी परिवार का ‘चपरासी’ और प्रियंका गांधी को ‘क्लर्क’ कहे जाने के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा नेताओं को उनके परिवार से जो भी संस्कार मिले होंगे वे उनके पास हैं।

उन्होंने कहा, ”मेरे पिता अनपढ़ थे लेकिन उन्होंने मुझे अच्छे संस्कार दिए। इसलिए जो भी संस्कार उन्हें अपने परिवार से मिले हैं वे उनके पास हैं। लेकिन मैं इस तरह की बातों का जवाब नहीं देना चाहता।”

अमेठी को गांधी परिवार की ‘अमानत’ बताने की उनकी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि उन्होंने 41 वर्षों से ज्यादा समय तक रायबरेली और अमेठी निर्वाचन क्षेत्रों में बिताया है तथा यहां रहने वाले हर एक व्यक्ति के जहन में गांधी परिवार बसता है।

शर्मा ने कहा, ”वे (भाजपा) उनसे (गांधी परिवार) यहां चुनाव लड़ने को कह रहे हैं लेकिन जब भी गांधी परिवार का का कोई सदस्य चुनाव लड़ा है तो दूसरे सदस्य ने चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारियां उठाई हैं। राहुल जी रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं और प्रियंका गांधी जी इन चुनावों का प्रबंधन कर रही हैं। कांग्रेस पर्यवेक्षक भी आ रहे हैं। हम इस तरह से ही चुनाव लड़ते हैं।”

उन्होंने कहा कि इस सीट पर हमेशा गांधी परिवार की मुहर लगेगी और वह इसे बरकरार रखना सुनिश्चित करेंगे।

शर्मा ने कहा, ”अगर मैं निर्वाचित होता हूं तो मैं सांसद के रूप में काम करूंगा और गांधी परिवार की ‘अमानत’ को सुरक्षित रखूंगा।”

भाषा जितेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल