बहराइच में कतर्नियाघाट जंगल से सटे गांव में तेंदुए ने आठ साल की बच्ची की जान ली |

बहराइच में कतर्नियाघाट जंगल से सटे गांव में तेंदुए ने आठ साल की बच्ची की जान ली

बहराइच में कतर्नियाघाट जंगल से सटे गांव में तेंदुए ने आठ साल की बच्ची की जान ली

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Modified Date: January 16, 2025 / 10:26 AM IST
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Published Date: January 16, 2025 10:26 am IST

बहराइच (उप्र), 16 जनवरी (भाषा) जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग अंतर्गत तमोलिनपुरवा गांव में एक तेंदुए के हमले में आठ साल की बच्ची की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

मोतीपुर थाना अंतर्गत तमोलिनपुरवा गांव कतर्नियाघाट वन्य-जीव प्रभाग के जंगल से सटा हुआ है।

ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार को बताया कि गांव के निवासी बैजनाथ अपनी पत्नी, बेटी शालिनी (आठ) और गांव की कुछ बच्चियों के साथ बुधवार दोपहर खेत में काम करने गये थे।

उन्होंने बताया कि बैजनाथ व उनकी पत्नी खेत में काम कर रहे थे, शालिनी भी वहीं थी। इसी बीच, पास स्थित गन्ने के खेत में छिपे तेंदुए ने अचानक बाहर निकलकर शालिनी पर झपट्टा मार दिया और उसे गर्दन से दबोच कर खींच कर ले जाने लगा।

ग्रामीणों ने बताया कि जब मां की नजर पड़ी, तो उसने शोर मचाया। आस-पास खेतों में काम कर रहे लोग भी शोर मचाते हुए लाठी डंडे फावड़े आदि लेकर तेंदुए की ओर दौड़ पड़े। लोगों को नजदीक आते देख तेंदुआ बच्ची को खेत में छोड़कर जंगल की ओर चला गया, लेकिन जब तक लोग बच्ची तक पहुंच पाते उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बच्ची की गर्दन पर तेंदुए के जबड़े के निशान हैं।

सूचना मिलने पर पुलिस, प्रशासन व वन विभाग के लोगों ने मौके पर पहुंच बच्ची के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।

प्रभागीय वनाधिकारी बी. शिवशंकर ने बुधवार को संवाददाताओं से बताया कि तमोलिनपुरवा गांव में तेंदुए के हमले से बालिका की मौत की सूचना मिली है। पीड़ित परिवार को दस हजार रुपये की तात्कालिक सहायता दी गई है। शासन से मिलने वाली अन्य आर्थिक मदद जांच, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दिलाई जाएगी।

डीएफओ ने कहा कि पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। वन विभाग की कई टीम क्षेत्र में तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रख रही है। ग्रामीणों से सतर्क में रहने को कहा गया है, साथ ही आगाह किया गया है कि वो खेतों की तरफ काम करने अकेले ना जाकर समूह में जाएं।

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर तेंदुए की आवाजाही वाले संभावित स्थल पर बुधवार रात पिंजरा लगा दिया गया है।

कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग अंतर्गत रमपुरवा बनकटी गांव में 10 दिन पूर्व एक ऐसी ही घटना में घर के आंगन में सो रही सात साल की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल दिया था। ग्रामीणों ने जब उसका पीछा किया तो तेंदुआ घायल बच्ची को वहीं छोड़कर भाग गया। घायल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज हो रहा है।

भाषा सं जफर वैभव सुरभि

सुरभि

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)