UPSC Result 2024: अयोध्या के इस लाल ने यूपीएससी में लहराया परचम, हासिल किए 821 रैंक, माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
UPSC Result 2024: अयोध्या के इस लाल ने यूपीएससी में लहराया परचम, हासिल किए 821 रैंक, माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
UPSC Result 2024/ Image Credit: IBC24
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का रिजल्ट जारी ।
- अयोध्या के हिमांशु ने मारी बाजी।
- यूपीएससी के 2024 के परिणाम में 821 रैंक हासिल किया।
अयोध्या। UPSC Result 2024: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का रिजल्ट जारी हो गया है। अयोध्या के लाल ने अयोध्या का गौरव बढ़ाया है जनपद अयोध्या के सोहावल तहसील के छोटे से गांव कपासी के रहने वाले हिमांशु ने यूपीएससी के 2024 के परिणाम में 821 रैंक पर चयनित होकर जिले का नाम ऊंचा कर दिया। घर में बधाई देने वालों का तांता लगा है तो अयोध्या जनपद के छोटे से गांव में रहने वाला हिमांशु उन लोगों के लिए भी प्रेरणा है जो अभाव में कुछ ना कर पाने की बात कर रहे हैं।
अयोध्या का लाल हिमांशु ग्रामीण परिवेश में पढ़ते हुए कक्षा 5 वीं तक की पढ़ाई सोहावल के प्राइमरी विद्यालय में किया कक्षा 6वीं में जब उसे अच्छे शिक्षा के लिए फैजाबाद के कान्वेंट स्कूल में एडमिशन कराया गया तो स्कूल में उसे पढ़ने में असुविधा हुई और हिमांशु रोता हुआ घर आया। आज घर वालों के चेहरे की हंसी बन गया है। हिंदी मीडियम से पढ़े हिमांशु ने साबित कर दिया कि, जहां चाह होती है वहां राह होती है। पूत के पांव पालने में नजर आते हैं और रामनगरी के लाल ने आज देश के सबसे प्रतिष्ठित यूपीएससी में 821 में रैंक हासिल करते हुए अपने माता-पिता का ही नहीं अपने गुरुजन का ही नहीं अयोध्या जनपद का नाम गर्व से ऊंचा कर दिया है।
हिमांशु ने कहा कि, लोक सेवा आयोग में 821 रैंक हासिल करने में की जितनी बड़ी कठिनाई से मिली है। हमने मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। मेंस के पेपर में हमें बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा। हिमांशु ने कहा कि, जहां से भी मुझे पढ़ने में मदद मिल सकती थी मैंने सभी लोगों से मदद ली पढ़ाई में सिलेबस देखना बहुत जरूरी होता है। आजकल लोग दिल्ली में पढ़ाई करते हैं मेरा मानना है कि, हम गांव में भी रहकर अच्छी पढ़ाई कर सकते हैं। हिमांशु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने मम्मी पापा बहन भाई और गुरुओं को दिया है।
UPSC Result 2024: संघ लोक सेवा आयोग में 821 रैंक हासिल करने वाले हिमांशु ने बताया कि, हमारी रैंक 821 आई है यहां तक की जर्नी में कई कठिनाइयां आई लेकिन हमने मेहनत से सारा काम पूरा किया मेंस के पेपर में हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसके बाद हमने संयम बनाएं रखा मेहनत करता रहा जहां पर मुझे हेल्प मिल सकती थी सभी लोगों की हेल्प मिला जिन गांवों में 5G का नेटवर्क है उन गांव में बच्चे पढ़ सकते हैं, क्योंकि गांव में रहकर पढ़ाई करना कठिन माना जाता है। पढ़ाई में सिलेबस देखना बहुत जरूरी होता है। आजकल लोग दिल्ली में पढ़ाई करते हैं, लेकिन मेरा अपना मानना है कि हम गांव में ही रहकर पढ़ सकते हैं और गांव में सारी सुविधा होनी चाहिए हम यहां तक पहुंचे हमारे सफर में कठिनाइयां और ऊंचाई दोनों थे इसका श्रेय हम अपने मम्मी पापा और बहन भाई गुरुओं को देना चाहते हैं।

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