एएमयू परिसर से मुख्यमंत्री के पोस्टर हटाने के आरोप को लेकर भाजयुमो ने आंदोलन की चेतावनी दी

एएमयू परिसर से मुख्यमंत्री के पोस्टर हटाने के आरोप को लेकर भाजयुमो ने आंदोलन की चेतावनी दी

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  • Publish Date - October 17, 2025 / 06:52 PM IST,
    Updated On - October 17, 2025 / 06:52 PM IST

अलीगढ़ (उप्र), 17 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के परिसर से कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘पोस्टर हटाने’ के लिए जिम्मेदार लोगों को दो दिनों के अंदर गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आंदोलन शुरू करेगा।

जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भाजयुमो के सदस्य एकत्र हुए और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोप लगाया गया है कि ‘कट्टरपंथी छात्रों’ ने जानबूझकर पोस्टर हटा दिए जो उनके अनुसार मुख्यमंत्री का अपमान है।

पत्रकारों से बात करते हुए भाजयुमो के नेताओं ने एएमयू पर जिन्ना की विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसी सोच इस घटना के लिए ज़िम्मेदार है।

हालांकि, एएमयू अधिकारियों ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।

विश्वविदयालय के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि इस मामले को ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर’’ पेश किया जा रहा है और उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया कि छात्रों ने मुख्यमंत्री के कोई पोस्टर हटाए हैं।

अली ने कहा, ‘‘इस हफ्ते की शुरुआत में विश्वविद्यालय को नगर निगम के अधिकारियों ने बताया था कि एएमयू के कुलपति और विधानपरिषद सदस्य डॉ. तारिक मंसूर द्वारा मुहैया कराई गई रकम से परिसर में 14 सोलर लाइट लगाई जा रही हैं। इन लाइट पर किसी पोस्टर या स्टिकर के लगाए जाने का कोई जिक्र नहीं था।’’

उन्होंने आगे कहा कि 13 अक्टूबर को नगर निगम से जुड़ा होने का दावा करने वाले लोगों ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को बताए बिना कई लाइट लगावा दीं।

प्रॉक्टर ने कहा, ‘‘बाद में हमें पता चला कि एक सोलर लाइट पर मुख्यमंत्री और विधानपरिषद सदस्य का प्लास्टिक से निर्मित स्टिकर लगा था। जिस व्यक्ति ने लाइट लगाई थी, उसने खुद स्टिकर हटाकर अपने पास रख लिया। विश्वविद्यालय का कोई भी सदस्य इसमें शामिल नहीं था।”

अधिकारियों के मुताबिक, स्टिकर का आकार एक फुट गुणा दो फीट का था। अली ने कहा कि एक छात्र ने लाइट लगाने पर एतराज जताया था, लेकिन किसी छात्र ने स्टिकर हटाने की कोशिश नहीं की।

विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा कि मुख्यमंत्री का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था।

अधिकारी ने कहा, ‘‘एएमयू में नेताओं के पोस्टर या फोटो लगाने से मना किया जाता है क्योंकि उनसे बेवजह का विवाद हो सकता है। इसी वजह से हम छात्र संघ चुनाव में भी राजनीतिक दलों को उम्मीदवार खड़ा करने की इजाजत नहीं देते हैं।”

भाषा सं जफर रवि कांत संतोष

संतोष