राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं को वितरित किए गए ‘ब्लॉकचेन-प्रौद्योगिकी' आधारित डिजिटल प्रमाण पत्र |

राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं को वितरित किए गए ‘ब्लॉकचेन-प्रौद्योगिकी’ आधारित डिजिटल प्रमाण पत्र

राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं को वितरित किए गए ‘ब्लॉकचेन-प्रौद्योगिकी' आधारित डिजिटल प्रमाण पत्र

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:40 PM IST, Published Date : January 25, 2022/2:55 pm IST

लखनऊ, 25 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 और 2022 के कुल 61 विजेताओं के लिए यह अवॉर्ड एक और मामले में खास है। इस बार उन्हें आईआईटी कानपुर द्वारा विकसित ‘ब्लॉकचेन-प्रौद्योगिकी’ का इस्तेमाल कर तैयार किए गए डिजिटल प्रमाण पत्र बांटे गए हैं।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के निदेशक अभय कांडीकर ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल भविष्य में सभी डिग्रियां और प्रमाण-पत्र वितरित करने में किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की और उन्हें ‘ब्लॉकचेन’ प्रौद्योगिकी आधारित प्रमाण पत्रों का वितरण डिजिटल तरीके से किया।

कांडीकर ने बताया, “इन डिजिटल प्रमाण पत्रों को इनके प्राप्तकर्ताओं के मोबाइल फोन में ‘इंस्टॉल वॉलेट’ में भेजा गया। ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी वैश्विक स्तर पर सत्यापन योग्य होने के साथ-साथ बेहद सुरक्षित भी मानी जाती है। इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल पहली बार प्रमाण पत्र बांटने में किया गया है।”

कांडीकर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 28 दिसंबर 2021 को संस्थान के 54वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की थी और ‘ब्लॉकचेन’ आधारित डिजिटल डिग्रियां जारी की थी।

उन्होंने कहा “ कोविड-19 महामारी के बाद से डिग्रियों तथा अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के ऑनलाइन सत्यापन की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इस प्रक्रिया को आसान और बेहतर बनाने के लिए ब्लॉकचेन और सेल्फ सॉवरेन आईडेंटिटी की मदद से छात्रों को डिजिटल वॉलेट में अपनी डिग्रियां और प्रमाण पत्र रखने और प्रबंधित करने में मदद मिलती है।”

भाषा सलीम नोमान

नोमान

 

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