‘आस्था और समर्पण’ का भाव रखकर किया जा सकता है महिलाओं के खिलाफ अपराध पर नियंत्रण : योगी

‘आस्था और समर्पण’ का भाव रखकर किया जा सकता है महिलाओं के खिलाफ अपराध पर नियंत्रण : योगी

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  • Publish Date - October 14, 2021 / 07:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), 14 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिलाओं के प्रति ‘आस्था और समर्पण’ का भाव रखने से ही उनके खिलाफ होने वाले अपराधों के रोकथाम में मदद मिल सकती है।

योगी ने यहां ‘महानवमी’ पूजन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बहनों और बेटियों के प्रति आस्था और समर्पण का भाव रखने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर नियंत्रण किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम माताओं और बहनों को देवी के रूप में देखेंगे तो उनके खिलाफ होने वाली अनेक आपराधिक घटनाओं को रोका जा सकता है।’’

मुख्यमंत्री ने महिलाओं और बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा तथा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए सभी से एकजुट होने की अपील करते हुए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।

योगी ने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कन्या सुमंगलम योजना जैसी विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इससे नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक एक लाख 75,000 गरीब और बेसहारा लड़कियों की शादी कराई गयी है।

बाद में मुख्यमंत्री ने लोगों को विजयदशमी की बधाई देते हुए कहा, ‘‘यह त्यौहार हमें भगवान राम की रावण पर विजय की याद दिलाने के साथ-साथ सत्य धर्म और न्याय के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।’’ योगी ने कहा कि बड़ी से बड़ी ताकत को भी सत्य, अहिंसा और न्याय के रास्ते पर चलकर परास्त किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार सुबह कन्या पूजन के लिए छोटी बच्चियों को बुलाया और उनके चरण धोने के बाद उन्हें भोजन परोसा। इसके अलावा उन्होंने बटुक (बालकों) को भी भोजन दिया। मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर शक्तिपीठ में नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की थी और बुधवार शाम को महानिशा पूजा की थी। वह शुक्रवार को विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से निकाली जाने वाली परंपरागत विशाल शोभायात्रा की अगुवाई भी करेंगे।

भाषा सं सलीम अर्पणा

अर्पणा