गाजियाबाद (उप्र) , 24 अक्टूबर (भाषा) गाजियाबाद पुलिस ने डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ ‘गुंडा एक्ट’ लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्हें हाल में जूना अखाड़ा का महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया था।
पुलिस ने इस सिलसिले में मंजूरी के लिए उपसंभागीय मजिस्ट्रेट को एक फाइल भेजी है, जिसके बाद यह जिला पुलिस प्रमुख और जिलाधिकारी की स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी।
सरस्वती ने खुद के जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर नियुक्त किये जाने के बारे में हाल में अपने फेसबुक पेज पर जानकारी साझा की थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा कि उन्होंने मारपीट, हत्या का प्रयास, अपमानजक भाषा का इस्तेमाल और मंदिर के बाहर जांच से पुलिस को रोकने जैसी गतिवधियों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई शुरू की है।
अधिकारी ने कहा कि सरस्वती जिले की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन गये हैं।
सरस्वती अपनी विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहे हैं। उन्होंने इस महीने की शुरूआत में आरोप लगाया था कि एक मुस्लिम लड़के को उनकी जासूसी के लिए भेजा गया था और लड़के के समुदाय में उसकी उम्र के प्रशिक्षित हत्यारे हैं।
इससे पहले, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को एक जिहादी कहा था। उन्होंने कलाम पर परमाणु बम का फार्मूला पाकिस्तान को बेचने का आरोप लगाया था।
महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर उन पर करीब दो महीने पहले एक मामला दर्ज किया गया था।
भाषा सुभाष दिलीप
दिलीप
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