जनता गरीबी और महंगाई से त्रस्त नहीं होती तो आजादी के जश्न में चार चांद लग जाता : मायावती

जनता गरीबी और महंगाई से त्रस्त नहीं होती तो आजादी के जश्न में चार चांद लग जाता : मायावती

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  • Publish Date - August 15, 2022 / 11:27 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

लखनऊ, 15 अगस्त (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मौका अपार खुशी का जरूर है, लेकिन अगर देश की जनता महंगाई और गरीबी से त्रस्‍त नहीं होती तो आजादी के जश्न में चार चांद लग जाता।

बसपा मुख्यालय से जारी बयान में मायावती ने कहा, “भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ अपार खुशी का मौका जरूर है, लेकिन अगर देश की 125 करोड़ आबादी महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और शिक्षा व स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं से मुक्त होती तो इसके जश्‍न में चार चांद लग जाता।”

सरकार से इन मुद्दों पर ध्‍यान देने की अपील करते हुए मायावती ने कहा कि ऐसे मौकों पर खर्चीला प्रचार करने की नहीं, बल्कि जातिवाद व सांप्रदायिकता के जहर, द्वेष की राजनीति और भ्रष्टाचार को त्याग कर सही नीयत व नीति से काम करने का प्रण लेने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की देशभक्ति की महान सोच एवं समझ के मुताबिक भारतीय बनें, जिसमें किसी भी मिलावट, बनावट और दिखावट की गुंजाइश न हो। इससे देश खुद आगे बढ़ता नजर आएगा।”

बसपा प्रमुख ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश होने के नाते भारत के करोड़ों नागरिकों के जनहित, जनकल्‍याण, सुख, शांति, समृद्धि व सुरक्षा के प्रति सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी भी बहुत विशेष और विशाल है, जिस पर खरा उतरने के कर्तव्य या उत्तरदायित्व से किसी भी बहाने से भागा नहीं जा सकता।

भाषा

आनन्द पारुल

पारुल