उपचुनाव : मैनपुरी में करीब 54 फीसद मतदान, रामपुर में सपा-भाजपा का आरोप-प्रत्यारोप |

उपचुनाव : मैनपुरी में करीब 54 फीसद मतदान, रामपुर में सपा-भाजपा का आरोप-प्रत्यारोप

उपचुनाव : मैनपुरी में करीब 54 फीसद मतदान, रामपुर में सपा-भाजपा का आरोप-प्रत्यारोप

:   Modified Date:  December 5, 2022 / 10:22 PM IST, Published Date : December 5, 2022/10:22 pm IST

लखनऊ, पांच दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट पर सोमवार को हुए उपचुनाव में मतदान की गति बहुत ही धीमी रही। हालांकि, अन्‍य दो सीटों मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और खतौली विधानसभा क्षेत्र में मतदान सामान्‍य रहा।

अधिकारियों ने बताया कि रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में शाम छह बजे तक 33.94 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी संसदीय सीट पर 54.37 प्रतिशत और मुजफ्फरनगर में खतौली विधानसभा क्षेत्र में लगभग 56.46 प्रतिशत मतदान हुआ।

अधिकारियों के मुताबिक, मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े बाद में आंकड़ों का मिलान करने के बाद जारी किए जाएंगे।

इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में रामपुर में 56 प्रतिशत मतदान हुआ था और रामपुर सीट पर लोकसभा उपचुनाव में केवल 41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

इस उपचुनाव के दोनों प्रमुख दावेदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) एक-दूसरे पर चुनावी प्रक्रिया में व्यवधान डालने सहित अन्य कई आरोप लगा रही हैं।

रामपुर विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव सपा के नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खान की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है।

आजम खान की पत्नी एवं पूर्व सांसद तजीन फातिमा सहित उनके परिवार के सदस्यों ने कम मतदान प्रतिशत पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने मतदाताओं को उनके मताधिकार का प्रयोग करने से रोका।

इन उपचुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों सपा एवं राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस ने इन उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं।

भाजपा और सपा दोनों ने ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल से मुलाकात कर उपचुनावों में धांधली का आरोप लगाया है।

सपा विधायक मनोज पाण्डेय, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी समेत सपा के वरिष्ठ नेताओं के शिष्टमंडल ने चुनाव आयोग को दिए गए ज्ञापन में मैनपुरी लोकसभा और रामपुर तथा खतौली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए आज हुए मतदान में प्रशासन तथा पुलिस द्वारा धांधली कराये जाने और मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाया है।

दूसरी ओर, भाजपा ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन दिया है और उसमें मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा अराजकता फैलाने एवं मतदान को प्रभावित करने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

पार्टी के प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से कहा, ‘‘मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा द्वारा गलत सूचनाएं देकर भ्रम फैलाया जा रहा है। पार्टी जिन मुद्दों को लेकर अपनी शिकायतें दर्ज करा रही है, वे सभी झूठी हैं। उनकी आड़ में सपा के अराजकतत्वों द्वारा मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा समर्थक कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है।’’

सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पुलिस बल के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाया और यह भी कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात अधिकारी मतदाताओं को, खासकर रामपुर में, वोट डालने से रोक रहे हैं।

उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती और परिणामों की घोषणा आगामी आठ दिसंबर को होगी।

सपा ने अनेक स्थानों पर मतदान के दौरान धांधली का आरोप लगाया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस तथा प्रशासन पर मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग इससे जुड़ी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है।

यादव ने मैनपुरी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘आखिर पुलिस को क्या हिदायत दी गयी है? उनसे कहा गया है कि मैनपुरी में लोगों को मतदान से रोकें। रामपुर में भी प्रशासन लोगों को वोट नहीं डालने दे रहा है। हर हथकंडा अपनाया जा रहा है ताकि लोग वोट डालने के लिये बाहर ही न निकलें। भाजपा को पूरी छूट दी गयी है। वे शराब बांट रहे हैं और सपा को नुकसान पहुंचाने के लिये हर संभव तरीका अपना रहे हैं।’’

सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘मैनपुरी के जिलाधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं और उन्होंने अपना फोन किसी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को थमा दिया है। आखिर कोई अधिकारी ऐसा कैसे कर सकता है?’’

सपा ने मैनपुरी के भोगांव इलाके में भाजपा एजेंटों द्वारा पैसे बांटने का भी आरोप लगाया है और एक वीडियो भी पोस्ट किया है।

वहीं, भाजपा ने ट्विटर पर यह आरोप लगाया कि मैनपुरी के कुछ बूथों पर, ‘सपा के असामाजिक तत्व’ लोगों को वोट डालने से रोक रहे थे और उसने चुनाव आयोग से हस्तक्षेप का अनुरोध किया। पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से भी मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

सपा के आरोप के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि तीनों सीटों पर सपा को हार का स्वाद चखना है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सपा निराधार आरोप लगा रही है क्योंकि उसे तीनों सीटों पर हार का स्वाद चखना है।’’

उधर, भाजपा ने भी मैनपुरी में सपा पर मतदान को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए कई ट्वीट किये। पार्टी ने मैनपुरी विधानसभा के बूथ संख्या 370 पर सपा के पक्ष में जबरन मतदान कराये जाने तथा कई अन्य बूथों पर मतदान को प्रभावित करने के भी आरोप लगाये।

मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है। वहीं, रामपुर सदर विधानसभा सीट आजम खां को नफरत भरा भाषण देने के मामले में तीन साल की सजा सुनाए जाने और खतौली सीट भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी को मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े एक मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के कारण उनकी सदस्यता रद्द होने के चलते रिक्त हुई है।

मैनपुरी लोकसभा और रामपुर सदर विधानसभा क्षेत्र अरसे से समाजवादी पार्टी के गढ़ रहे हैं। लिहाजा इन सीटों के उपचुनाव के परिणाम का पार्टी पर दूरगामी प्रभाव होगा।

हालांकि इन उपचुनावों का केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि दोनों ही जगह भाजपा के पास पूर्ण बहुमत से ज्यादा का संख्या बल है। मगर इन उपचुनाव में हार-जीत का मनोवैज्ञानिक असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है।

चुनाव आयोग के मुताबिक मैनपुरी में जहां छह उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, रामपुर में सदर में 10 तथा खतौली में 14 उम्मीदवार अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं।

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू और सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से रघुराज सिंह शाक्य चुनाव लड़ रहे हैं।

रामपुर सदर सीट पर आजम खां के करीबी आसिम राजा को सपा का प्रत्याशी बनाया गया है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश सक्सेना को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है। खतौली सीट पर निवर्तमान विधायक विक्रम सिंह सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी भाजपा उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं जबकि सपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने मदन भैया को प्रत्याशी बनाया है।

भाषा सलीम जफर आनन्द गोला

गोला

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)