(मनोज राममोहन)
कुशीनगर(उत्तर प्रदेश), 20 अक्टूबर (भाषा) सरकार की बौद्ध सर्किट पर्यटन पहल को मजबूती प्रदान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी सरकार ने विमानन क्षेत्र में नयी ऊर्जा भरने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सुबह लगभग नौ बजे श्रीलंकाई एअरलाइंस की एक उड़ान श्रीलंका से दर्जनों बौद्ध भिक्षुओं और कई हस्तियों को लेकर इस हवाई अड्डे पर उतरी। बौद्ध भिक्षु गौतम बुद्ध से संबंधित निशानियां भी लेकर आए और विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।
कुशीनगर गौतमबुद्ध का महापरिनिर्वाण स्थल और बौद्ध समुदाय के लोगों का एक अहम तीर्थ स्थल है। करीब 260 करोड़ रुपये की लागत से यहां बने हवाई अड्डे का निर्माण बौद्ध धर्मस्थल को दुनिया भर से जोड़ने के मकसद से किया गया है।
हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि कुशीनगर का विकास उत्तर प्रदेश सरकार तथा केंद्र सरकार के लिए उच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाला कुशीनगर शहर गोरखपुर से लगभग 50 किलोमीटर और वाराणसी से लगभग 225 किलोमीटर की दूरी पर है। इस शहर में अनेक बौद्ध मंदिर हैं जिससे यह विश्व भर से बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हवाई अड्डे की वजह से संपर्क और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा इससे क्षेत्र के आर्थिक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में मदद मिलेगी और साथ ही रोजगार के नए अवसरों का भी सृजन होगा।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भगवान बुद्ध से संबद्ध स्थानों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है और कुशीनगर का विकास उत्तर प्रदेश सरकार तथा केंद्र सरकार के लिए उच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
विमानन कंपनी एअर इंडिया का निजीकरण करने के हालिया निर्णय का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि देश ने एअर इंडिया के संबंध में बड़ा कदम उठाया है ताकि विमानन क्षेत्र पेशेवर तरीके से काम कर सके तथा साथ ही सुविधा तथा सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।
उन्होंने कहा,‘‘यह कदम भारत के विमानन क्षेत्र को नयी ऊर्जा देगा।’’ इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने रक्षा हवाई क्षेत्र को असैन्य इस्तेमाल के लिए खोलने संबंधी सुधारों का भी जिक्र किया।
हाल ही में शुरू किए गए ‘‘प्रधानमंत्री गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान’’ के बारे में मोदी ने कहा कि इससे न सिर्फ शासन में सुधार होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि चाहे सड़क हो या रेल या विमान, वे एक-दूसरे को सहयोग दें और एक-दूसरे की क्षमता बढ़ाएं।
प्रधानमंत्री ने ‘उड़ान योजना’ के बारे में कहा कि इस योजना के तहत पिछले कुछ वर्षों में 900 से ज्यादा नए हवाई मार्गों को मंजूरी दी गई, जिनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ‘उड़ान योजना’ के तहत 50 से ज्यादा नए हवाई अड्डों या उन हवाई अड्डों का संचालन शुरू किया गया जो पहले सेवा में नहीं थे।
उत्तर प्रदेश में आठ हवाई अड्डे पहले से ही संचालित हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर के बाद जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा अयोध्या, अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, मुरादाबाद और श्रावस्ती में हवाईअड्डा परियोजनाएं चल रही हैं।
नया हवाई अड्डा दुनियाभर में बौद्ध तीर्थस्थलों को जोड़ने के सरकार के प्रयास का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पर्यटन के क्षेत्र में अब एक नया पहलू भी जुड़ गया है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के क्षेत्र में भारत की तेज गति से प्रगति दुनिया में यह विश्वास पैदा करेगी कि अगर पर्यटक के रूप में भारत जाना है, किसी कामकाज से भारत जाना है तो भारत इस लिहाज से व्यापक रूप से सुरक्षित है।’’
उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के ज्ञान से लेकर महापरिनिर्वाण तक संपूर्ण यात्रा का साक्षी यह क्षेत्र अब सीधे दुनिया से जुड़ गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा , ‘‘कुशीनगर हवाईअड्डा हवाई संपर्क का माध्यम मात्र नहीं होगा, बल्कि इसके बनने से किसान, पशुपालक, दुकानदार, श्रमिक आदि सभी को लाभ मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ ट्रैवल एजेंट, टैक्सी और छोटा व्यापार करने वालों को होने वाला है। इससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर मिलेंगे ।”
उन्होंने कहा , ‘‘मुझे यह भी जानकारी दी गई है कि अगले कुछ सप्ताह में दिल्ली से कुशीनगर के बीच स्पाइसजेट की सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है। इससे घरेलू यात्रियों और श्रद्धालुओं को बहुत सुविधा होगी।’’
मोदी ने कहा कि सभी तरह के पर्यटन को रेल, सड़क, वायुमार्ग, जलमार्ग, होटल, अस्पताल, इंटरनेट कनेक्टिविटी, स्वच्छता, जलमल शोधन और नवीकरणीय ऊर्जा के साथ पूर्ण आधुनिक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है, जिससे स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा, ‘ये सभी आपस में जुड़े हुए हैं और इन सभी पर एक साथ काम करना महत्वपूर्ण है। आज की 21वीं सदी का भारत इसी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है।’
उनके मुताबिक, हाल में जारी की गई ड्रोन नीति कृषि से लेकर स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और रक्षा क्षेत्र तक जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाली है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि कुशीनगर हवाई अड्डा बौद्ध तीर्थ स्थलों को जोड़ेगा।
दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से जल्द ही कुशीनगर हवाई अड्डे के लिए उड़ानें संचालित होंगी।
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों सहित 11 नए हवाई अड्डों के लिए काम चल रहा है।
कुशीनगर हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन 3,600 वर्ग मीटर में फैला है। व्यस्त समय के दौरान इसकी क्षमता 300 यात्रियों तक की है।
इस अवसर पर श्रीलंका से आए यात्रियों का पारंपरिक संगीत के साथ स्वागत किया गया।
भाषा
नेत्रपाल नरेश
नरेश
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