उप्र में पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से हो रहीं भर्तियां : योगी आदित्यनाथ |

उप्र में पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से हो रहीं भर्तियां : योगी आदित्यनाथ

उप्र में पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से हो रहीं भर्तियां : योगी आदित्यनाथ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:51 PM IST, Published Date : September 30, 2022/4:42 pm IST

लखनऊ, 30 सितंबर (भाषा) उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से भर्तियां हो रही हैं।

शुक्रवार को यहां लोक भवन (मुख्‍यमंत्री कार्यालय) में आयोजित एक समारोह में चयन प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 332 आबकारी आरक्षियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद अपने संबोधन में योगी ने कहा कि लखनऊ, बुलंदशहर, गोरखपुर, झांसी, सहारनपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर समेत सभी मंडलों से आबकारी आरक्षियों की नियुक्ति हुई, जो इस बात का द्योतक है कि हमारी सरकार में सारी नियुक्तियां पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से हो रही हैं और अब बिना सिफारिश के आधार पर योग्यता के अनुरूप नौकरी दी जा रही है।

उन्‍होंने कहा कि शारदीय नवरात्रि में 332 में से 109 महिला आरक्षियों को नियुक्ति पत्र मिलना गौरव एवं प्रसन्नता की बात है। साढ़े पांच वर्ष में हमने पांच लाख से अधिक युवाओं को शासकीय सेवाओं से जोड़ा है, जो अपनी ऊर्जा का लाभ प्रदेश को दे रहे हैं।

मुख्‍यमंत्री ने कहा, ”हमने भर्ती से जुड़े आयोग और एजेंसियों से कहा कि पारदर्शिता से खिलवाड़ करने वाले को टिकने नहीं देंगे।

योगी ने उम्मीद जताई कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक विभाग 42 हजार करोड़ रुपये का राजस्व देगा।

उन्‍होंने कहा कि 2017 में समीक्षा के दौरान पता चला कि 14 हजार करोड़ में से सिर्फ साढ़े 12 हजार करोड़ का राजस्व आया था। उन्‍होंने कहा कि सरकार में आने के बाद हमने कहा कि स्टेट हाइवे, बस्तियों के चौराहों, अस्पतालों आदि के पास दुकानें नहीं चलेंगी, फिर भी हम उम्मीदों के अनुरूप (राजस्‍व संग्रह) आगे बढ़ रहे हैं।

यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान आरक्षियों से मुख्‍यमंत्री ने कहा कि आप समाज को सही दिशा देंगे तथा जहरीली शराब को रोकने में योगदान देंगे, राजस्व बढ़ाएंगे और जीवन से खिलवाड़ करने वालों पर अंकुश लगाएंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रतीक के तौर पर 11 आरक्षियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र वितरित किया।

आबकारी विभाग का महत्व बताते हुए योगी ने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण विभाग है, जहरीली शराब से बचाने वाला विभाग है, डिस्टलरी में अल्कोहल भी बनता है, जो दवाओं और प्रयोगशाला में भी प्रयोग किया जाता है।

आदित्यनाथ ने कहा कि हमने साढ़े पांच वर्षों में 33 नई डिस्टलरी लगवाई और जितनी 70 वर्षों में थी, उसकी आधी डिस्टलरी साढ़े पांच वर्षों में हमारी सरकार ने लगवाई।

उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से बचाने के लिए डिस्टलरी को विकास से जोड़ा गया और इससे राजस्व की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग ने कानून के अनुरूप व्यवस्था चलाई और अब पर्व शांति से मनाए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि मिलावट करने वाले निर्दोषों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई नजीर बनी। ऐसे लोग अब जेल में सड़ रहे हैं।

योगी ने कहा कि एथेनॉल व अल्कोहल उत्पादन में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है।

उन्होंने कहा, ‘‘गन्ना किसानों को पांच वर्ष में 1 लाख 80 हजार करोड़ का भुगतान किया गया। डिस्टलरी से 10 हजार करोड़ का निवेश आया। एक लाख को प्रत्यक्ष व 10 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार दिया गया। सुदृढ़ कानून व्यवस्था के कारण प्रदेश में भारी निवेश भी आया। जिससे 1 करोड़ 61 लाख नौजवानों को नौकरी व रोजगार से जोड़ा।’’

भाषा आनन्द रंजन

रंजन

 

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