कुछ लोग अपने ही गठबंधन में न्‍याय नहीं कर पा रहे : अनुराग ठाकुर

कुछ लोग अपने ही गठबंधन में न्‍याय नहीं कर पा रहे : अनुराग ठाकुर

कुछ लोग अपने ही गठबंधन में न्‍याय नहीं कर पा रहे : अनुराग ठाकुर
Modified Date: January 27, 2024 / 12:52 pm IST
Published Date: January 27, 2024 12:52 pm IST

लखनऊ, 27 जनवरी (भाषा) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’पर तंज कसते हुए शनिवार को कहा कि कुछ लोग अपने ही गठबंधन में न्याय नहीं कर पा रहे हैं।

लखनऊ में 19वें एशियाई एवं चौथे पैरा तथा राष्ट्रीय खेलों के पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेने आए अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ लोग अपने गठबंधन में भी न्याय नहीं कर पाये और इसके कारण एक के बाद एक राज्यों में क्या हो रहा है, आप देख सकते हैं।’’

ठाकुर की यह टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं द्वारा आपस में और सहयोगियों के साथ विचार-विमर्श करने के एक दिन बाद आई है, जिसमें संकेत मिले हैं कि पार्टी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एक बार फिर हाथ मिलाने को तैयार है, क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन के साझेदारों के साथ उनके संबंध कमजोर हो रहे हैं।

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युवा मामले और खेल विभाग भी संभाल रहे ठाकुर ने यह भी कहा, ‘‘500 वर्षों का इंतजार खत्म हुआ। भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जिस तरह पूरे देश में मौहाल रहा उससे तो ये (भक्तों की) लंबी कतारें लगी ही थीं, क्योंकि इंतजार 500 साल का था।’’

श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए ठाकुर ने अपील की, ‘‘देशवासियों से मेरा अनुरोध है कि वे अपना कार्यक्रम उप्र सरकार और राम मंदिर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बनाएं।’’

भाजपा ने शुक्रवार को भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए दावा किया था कि ममता बनर्जी सरकार ने सबसे पुरानी पार्टी को ‘‘अपमानित’’ करने के लिए पश्चिम बंगाल में राहुल गांधी की ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’’ को अनुमति देने से इनकार करने का फैसला किया है।

यह भी बताया गया कि कांग्रेस को यात्रा के तहत राज्य में कुछ जनसभा की अनुमति लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के सह-प्रभारी और आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘‘राहुल गांधी की यात्रा को अनुमति नहीं देने का ममता बनर्जी का फैसला ‘इंडिया’ गठबंधन के ताबूत में आखिरी कील की तरह है।’’

भाषा अरुणव आनन्‍द खारी

खारी


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