रामपुर (उत्तर प्रदेश), 17 अगस्त (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और रामपुर से पार्टी विधायक आजम खां पर अपने खिलाफ दर्ज एक मामले में एक गवाह को धमकाने के आरोप में बुधवार को मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आजम खां तथा पांच अन्य लोगों के खिलाफ एक मामले के गवाह को धमकाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि यह मुकदमा रामपुर शहर के बोरिया इलाके के रहने वाले नन्हे नामक व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज किया गया है। नन्हे ने आरोप लगाया है कि पूर्वाह्न करीब साढ़े नौ बजे पांच अज्ञात लोग उसके घर पर पहुंचे और कहा कि उन्हें आजम खां ने भेजा है। शिकायत के अनुसार, उन लोगों ने धमकाया कि वह खां के खिलाफ अदालत में बयान नहीं दे वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा।
नन्हे आजम खां के खिलाफ एक जमीन पर अवैध कब्जे से जुड़े मुकदमे का गवाह है। यह मुकदमा 2019 में दर्ज किया गया था और जिले की एमपी/एमएलए अदालत में इसकी सुनवाई हो रही है। इस मामले की बुधवार को सुनवाई की गई और नन्हे ने अदालत में उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गवाह की सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं।
इस बीच आजम खां के बेटे और सवार सीट से सपा विधायक अब्दुल्लाह आजम ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और अपने पिता के खिलाफ दर्ज मुकदमे का विरोध किया।
उन्होंने इस मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राजनीतिक वैमनस्य की वजह से यह मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।
गौरतलब है कि आजम खां के खिलाफ अवैध कब्जे धमकी देने, रंगदारी मांगने, आपराधिक साजिश रचने और चोरी के 90 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्हें वर्ष 2020 में गिरफ्तार किया गया था और वह 27 महीने तक जेल में रहे थे।
भाषा सं सलीम अर्पणा
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