मेरठ (उप्र), छह अक्टूबर (भाषा) मेरठ के लोहा व्यापारी अक्षय जैन ने राज्य जीएसटी विभाग द्वारा कथित उत्पीड़न के खिलाफ अपने कपड़े उतारकर नाटकीय विरोध प्रदर्शन कर व्यापक ध्यान आकर्षित किया है।
जैन शनिवार को गाजियाबाद जिले के मोहन नगर स्थित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कार्यालय में अपने कपड़े उतारकर धरने पर बैठ गए। जैन का दावा है कि विभाग के लगातार उत्पीड़न से हताश होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
जैन ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया था और जीएसटी अधिकारियों से मेरी स्थिति को समझने का अनुरोध किया था। हालांकि, उनके सुनने से इनकार करने के कारण मुझे भगवान महावीरजी (जैन धर्म के प्रवर्तक) के अहिंसक सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हुए एक निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया गया।’
इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हो गया, जिसके बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल ने व्यापारियों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के व्यवहार की व्यापक रूप से निंदा की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर वीडियो साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा,” ये है भाजपा राज में ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस’ का सच : भाजपा ने व्यापारियों के कपड़े तक उतरवा लिए हैं। व्यापारी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!”
हालांकि, इस घटना के संदर्भ में राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड-वन दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि संबंधित व्यापारी ने सचल दल अधिकारी व अन्य अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए हंगामा किया था।
मिश्रा ने कहा कि जांच के दौरान वाहन में लदे माल का वजन 170 किलोग्राम से अधिक पाया गया। 118 प्रतिशत की दर से अर्थदंड आरोपित करते हुए व्यापारी को नोटिस जारी किया गया। व्यापारी ने वाहन चालक की गलती बताते हुए 10,532 रुपये जमा भी कराए हैं, जिसके बाद शुक्रवार रात करीब 10 बजे वाहन को अवमुक्त किया गया।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार मेरठ-दिल्ली रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित अरिहंत आयरन एंड स्टील इंडस्ट्री से माल गाजियाबाद के मुकुंदनगर ले जाया जा रहा था। डिलीवरी चालान में 10.250 मिट्रिक टन ब्राइट बार उल्लेखित था, लेकिन चालान के साथ कोई कांटा पर्ची नहीं लगी थी। ऐसे में माल लदे वाहन को मोहन नगर स्थित सचल दल कार्यालय लाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि व्यापारी को जांच के दौरान पाई गई विसंगतियों के बारे में बताया गया, लेकिन व्यापारी ने अपनी कमियों को नकारते हुए हंगामा शुरू कर दिया। अक्षय जैन ने इन आरोपों से इंकार किया है।
भाषा
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