लखनऊ, 29 जनवरी (भाषा) श्रीरामचरित मानस पर टिप्पणी को लेकर विवादों से घिरे समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा कि धर्म के नाम पर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों और महिलाओं के अपमान की साजिश का वह विरोध करते रहेंगे।
मौर्य ने एक ट्वीट में कहा, ‘धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा।’
उत्तर प्रदेश के प्रमुख ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में यह आरोप लगाया था कि श्रीरामचरित मानस के कुछ छंदों में जाति के आधार पर समाज के एक बड़े वर्ग का ‘अपमान’ किया गया है और मांग की कि इन पर ‘प्रतिबंध’ लगाया जाए।
मौर्य प्रदेश की पिछली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले सपा में शामिल हो गए थे।
उन्होंने कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। बाद में सपा ने उन्हें विधान परिषद में भेज दिया था।
भाषा सलीम नोमान नेत्रपाल
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