बागेश्वर धाम सरकार यानी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके चमत्कारों की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
कहा जाता है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बचपन बेहद गरीबी में बीता है। उनका पूरा परिवार मिट्टी के घर में रहा करता था।
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में भगवान बालाजी को समर्पित बागेश्वर धाम मंदिर से जुड़े, धीरेंद्र शास्त्री का एक बड़ा प्रशंसक आधार है।
कहा जाता है कि 26 वर्षीय बागेश्वर धाम 'बाबा' धीरेंद्र शास्त्री किसी व्यक्ति द्वारा 'बाबा' का उल्लेख किए बिना समस्या को समझ सकते हैं।
वे अपने अनुयायियों के लिए नियमित सत्संग आयोजित करते हैं, जो मानते हैं कि उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं।
बागेश्वर धाम सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड कर रहे हैं और उनके वीडियो भी ट्विटर पर वायरल हो गए हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने इस स्थान पर कई सत्संग भी किए थे और बाद में यह स्थान बागेश्वर धाम के रूप में लोकप्रिय हो गया।
उन्होंने धर्मांतरण को चुनौती दी है और यहां तक कि उन लोगों की 'घर वापसी' भी की है जिन्होंने अपने विश्वास को त्याग दिया था।
रामचरितमानस को लेकर देश के अलग-अलग क्षेत्र में हो रहे विवाद को लेकर भी धीरेंद्र शास्त्री मुखर हैं। उन्होंने इसके खिलाफ हिन्दुओं से एकजुट होने की अपील की है।