हिंदू धर्म में गौमाता को माता माना जाता है। उन्हें रोटी खिलाने से पितृदोष, राहु-केतु, शनि सभी शांत होते हैं। लेकिन गलत तरीके से खिलाने से उल्टा ग्रह दोष बढ़ जाता है।
जो रोटी आपने खाई हो या किसी ने छुई हो, उसे गाय को न दें। जूठी रोटी से पितृदोष बढ़ता है और गौमाता का अपमान होता है।
नमक वाली रोटी या पराठा गाय को खिलाने से शनि और राहु रुष्ट हो जाते हैं। सिर्फ सादी आटे की रोटी या गुड़ वाली रोटी ही शुभ होती है।
शाम ढलने के बाद गाय को रोटी खिलाना वर्जित है। शाम का समय पितरों का होता है, उस समय गाय को खिलाने से पितृदोष बढ़ता है। सुबह या दोपहर तक ही खिलाएं।
रोटी को प्लास्टिक या पन्नी में लपेटकर गाय को न खिलाएं। प्लास्टिक गाय के पेट में जाकर उसे मार सकता है। हाथ से या कागज में लपेटकर दें।
मन में लालच या दिखावा लेकर गाय को रोटी खिलाने से कोई फायदा नहीं। सच्चे मन से और प्रणाम करके खिलाएं, पुण्य हजार गुना बढ़ेगा।
कुछ लोगों में ड्रमस्टिक्स से एलर्जी हो सकती है, जैसे खुजली या चकत्ते।